हाड़ कंपाने वाली ठंड में भी बारहों महीनें तपस्या में लीन साधु महात्मा


रुद्रप्रयाग। विश्व प्रसिद्ध बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक केदारनाथ धाम के कपाट बंद हो जाने के बाद भी तपस्वी महात्मा आज भी यहां विराजमान रहते हैं। कपाट बंद होने पर भी ये धाम से नीचें नही आते हैं।
बता दें कि केदारनाथ धाम में कई वर्षों से गरुड़ चट्टी और केदारनाथ की कई अन्य गुफाओं में कई सन्त महात्मा वर्षों से भगवान शंकर की तपस्या में लीन है। जो कपाट बंद होने के बाद भी यहीं रहते हैं। हाड़ कंपाने वाली ठंड भी इनकी आस्था को डिगा नहीं पाती है। फिलहाल वर्तमान में 4 से 5 साधु महात्मा धाम में हैं।
वहीं बाबा बर्फानी के नाम से विख्यात ललित रामदास महाराज आपदा के बाद से ही धाम में विराजमान हैं। बर्फ हो या बरसात सदैव तपस्या में लीन रहते हैं। महाराज सदैव यात्रा काल मे हर दिन 200 से ज्यादा भक्तों को भोजन की व्यवस्था करते हैं।