नये आपराधिक कानून,साइबर सुरक्षा और मानसिक स्वास्थ्य की जागरूकता लिए कार्यशाला का किया आयोजन।



























Organized a workshop to create awareness about new criminal laws, cyber security and mental health.
आम जान मानस से जुड़े मुद्दों पर कार्यरत प्रसिद्ध सामाजिक संस्था ने देश में लागू किये गये नये आपराधिक कानूनों की जागरूकता, साइबर क्राइम और सुरक्षा और मानसिक स्वास्थ्य के बारे में जागरूकता और बचाव के लिए निशुल्क शिविर और कार्यशाला का आयोजन किया। यह कार्यक्रम मांडूवाला, देहरादून में कर्मा वेल्फेयर सोसाइटी और उत्तराखंड साइबर पुलिस के सहयोग से किया गया जिसमें प्रख्यात समाजसेवी और मनोवैज्ञानिक डॉ. पवन शर्मा (द साइकेडेलिक) ने मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाये रखने के लिए कई तरीके और तकनीक बताई। डॉ. पवन शर्मा ने मानसिक स्वास्थ्य पर साइबर क्राइम के द्वारा पड़ने वाले नकारात्मक प्रभाव से बचाव और उबरने के लिए रोचक और ज्ञानवर्धक तरीके बताये।



उन्होंने बताया कि हमारा मस्तिष्क कल्पना और हकीकत में कोई अन्तर नहीं करता है इसलिए वर्चुअल संसार में घटित होने वाली घटनायें वास्तविक जीवन में घटने वाली घटनाओं जैसी ही भावनायें और मनोदशा बनाती हैं। उनके साथ देहरादून साइबर क्राइम पुलिस के एस. आई. राजेश ध्यानी ने नये आपराधिक कानूनों और साइबर सुरक्षा के कई प्रभावी तरीके बताये और साइबर क्राइम से बचने के लिए सावधानियों को भी बताया। कार्यक्रम के अंत में डॉ. पवन शर्मा और रवि सिंह ने प्रतिभागियों से संवाद किया और उनकी जिज्ञासाओं का समाधान किया। डॉ. पवन शर्मा ने बताया कि फोरगिवनेस फाउंडेशन सोसाइटी समाजहित और मानसिक स्वास्थ्य की जागरूकता के मुद्दों पर जागरुकता कार्यक्रम आयोजित करती रहती है और निशुल्क परामर्श व थेरेपी की सुविधा भी प्रदान करती है। इस मौके पर कार्तिक नेगी, विकास राना, अनुराग और चाहत गुप्ता आदि मौजूद थे।
