राम भरोसे पशु चिकित्सालय पोखरी,बीते कई सालों से नहीं है पशु चिकित्सक



ऽ 8 कर्मचारियों मंे सिर्फ 3 कर्मचारियों के भरोसे चल रहा है, 40गांवो का पशुचिकित्सालय।
ऽ विभाग को कई बार लिखित जानकारी देने के बाद भी नहीं सुधरे हालत।
ऽ पशु चिकित्सक न होने पशुपालकों को हो रहा है भारी नुकसान।
भानु प्रकाश नेगी, पोखरी
चमोली पोखरी- केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा साल 2022 तक कृषि व पशुधन के जरिये किसानों की आय को दुगना करने का लक्ष्य रखा गया था। इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए राज्य व केन्द्र सरकार द्वारा करोड़ों रूपये की धनराशि भी खर्च की गई। लेकिन प्रदेशभर में कृषि व पशुपालन विभाग में कर्मचारियों व पशु चिकित्सकों की कमी के कारण किसानों को अभी तक इस महत्वपूर्ण योजना का लाभ नही मिल पाया है। वही जनपद चमोली के पोखरी व्लाक के पशुचिकित्सालय में बीते कई सालों से स्थाई पशु चिकित्सक न होने से क्षेत्र के 40 गांव के पशुपालकों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा हैं। इस क्षेत्र में पशुओं के बीमार होने व गर्भवस्था के दौरान उचित चिकित्सा व दवाई न मिलने कारण कई बार पशुओ की मृत्यु हो जाती है।


पोखरी पशु चिकित्सालय में स्थाई डॉक्टर के अलावा कई सहायक कर्मचारियों के पद भी रिक्त हैं लगभग 8 से 10 कमचारियो के स्टॉफ में सिर्फ 3 कर्मचारी आशीष रावत,राकेश चन्द्र सती पशुधन सहायक व दर्शन सिंह बिष्ट अनुसेवक इस चिकित्सालय में कार्यरत है। जिसमें अनुसेवक दर्शन सिंह बिष्ट की सेवानिवृति जुलाई माह में होनी है। जबकि पोखरी क्षेत्र के उप चिकित्सा केन्द्र पोखरी,सोडामंगरा,त्रिशला,डुंगर,नैल नौली में कर्मचारी व अधिकारी व्यवस्था पर तैनात है। लेकिन इन केन्द्र पर कर्मचारी अति आवश्यकता पड़ने पर ही मिलते है।जिससे पशुपालकों का भारी परेसानियों का सामना करना पड़ रहा है। पशु चिकित्सालय की मजबूरी का आलम यह है कि विभाग में अच्छी दवायें होने के बाद भी यह ग्रामीण क्षेत्रों तक नही पंहुच पा रही है।

