बिनगढ में भारी भूस्खन से खतरे की जद में कई परिवार,पीडब्लुडी पर ग्रामीणों ने लगाया लापरवाही का आरोप
चमोली/ बिनगढ;प्रदेश में हो रही लगातार बारिस के कारण सैकड़ों सड़कें बंद है। वही चमोली जनपद पोखरी व्लाक के ग्राम पंचायत बिनगढ किमखोली तोक में बीती रात भारी बारिस के कारण भारी भूस्खलन हो गया। जिससे सड़क उपर बने मकानों खतरे की जद में आ गये। पोखरी कर्णप्रयाग मोटरमार्ग पर स्थित विनगढ़ किमखोली तोक में भू स्खलन के बाद रात भर ग्रामीण मकान टूटने के खौफ से सो नहीं पाये। ग्रामीणों का आरोप है कि, लोक निमार्ण विभाग द्वारा पोखरी कर्णप्रयाग मोटर मार्ग के चौड़ीकरण किये जाने के दौरान सड़क के उपर बसे मकानों की सुरक्षा मध्य नजर नहीं रखी गई जिसके कारण यह भूस्खलन हुआ है और अब उनके मकान टूटने की कगार पर है। गुसाये ग्रामीणों ने मौके पर पंहुचे पीडब्लुडी के कर्मचारियों को सड़क मार्ग नहीं खुलने दिया। बाद में पीडब्लुडी के मुख्य अधिशासी अभियंता संजय सिन्हा के मौके पर पंहुचे। उन्होंने ग्रामीणों को लिखित आस्वासन दिया कि भूस्खलन के बाद खतरे की जद में आये मकानों को सुरक्षित किया जायेगा। तक ग्रामीणों ने कर्णप्रयाग पोखरी मोटरमार्ग से जाम हटाया।
ग्रामीण देवेन्द्र सिंह राणा का कहना है कि, उन्होंने पूर्व में भी लोक निमार्ण विभाग को इस संभावित खतरे के बारे में अवगत कराया था लेकिन उस समय विभाग ने उनकी बात का अनसुना कर दिया। लेकिन अचानक बीती रात भूस्खलन से उनके मकान खतरे की जद में आ गये है। उन्होंने कहा कि यदि विभाग इस समस्या का ठोस समाधान नहीं निकालता है तो वह कर्णप्रयाग पोखरी मोटर मार्ग पर अनशन पर प्रभावित परिवारों के साथ बैठेंगे व सड़क मार्ग का आवागमन पूर्ण रूप् से बंद कर देगें जिसकी पूर्ण जिम्मेदारी संबधित विभाग की होगी।
भूस्खलन की जद में आये ग्रामीणों में प्रमुख रूप से देवेन्द्र सिंह राणा,विनोद राणा,पवन सिंह,अमित सिंह,सत्येन्द्र सिंह,शिव सिंह,दीवान सिंह,त्रिलोक सिंह के मकान है। बाकी 20 परिवारों के मकान भी इस भूस्खलन से प्रभावित है।
-भानु प्रकाश नेगी,पोखरी चमोली