7 से 11 दिसंबर तक आयोजित होगा हिमवंत कवि चन्द्रकुवंर बर्त्वाल खादी ग्रामोद्योग एवं पर्यटन शरदोत्सव मेला।
-भानु प्रकाश नेगी,पोखरी
चमोली/पोखरीः हिमवंत कवि चन्दकुवंर बर्त्वाल खादी ग्रामोद्योग मेला एवं पर्यटन शरदोत्सव मेला इस बार आगामी 7 दिसंबर से 11 दिसंबर तक आयोजित किया जायेगा।मेले का उद्घाटन सूबे के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी व समापन हंस फांउडेस के संस्थापक संत भोले जी महाराज व माता श्री मंगला करेंगी। मेले में हंस फाउंडेसन द्वारा खास स्वास्थ्य शिविर का भी आयोजन किया जायेगा। मेला मंच मेन मार्केट व मेला ग्राउंड मिनी स्टेडियम पोखरी रहेगा।
वरिष्ठ साहित्यकार संस्थापक सचिव डॉ योगम्बर सिंह बर्त्वाल ने कहा कि पोखरी नागनाथ में खादी ग्रामोद्योग मेला पहले से लगता आया है। लेकिन साल 2015 में मैने इस मेले को हिमवंत कवि चन्द्रकुवंर बर्त्वाल के नाम करने का प्रस्ताव तत्कालीन मुख्यमंत्री व विधायक के समक्ष रखा। क्योंकि चन्द्रकुवंर बर्त्वाल इस क्षेत्र के सबसे सम्मानित व ख्यातिलब्ध कवि हुऐ है। इस संर्दभ में विधायक महेन्द्र भट्ट ने बडी तत्परता दिखाई और नगर पंचायत पोखरी ने हिमवंत कवि चन्द्र कुवंर बर्त्वाल के नाम यह मेला आयोजन करने का प्रस्ताव पास किया। तब से यह मेला हिमवंत कवि चन्द्रकुवंर बर्त्वाल खादी ग्रामोद्योग एवं पर्यटन शरदोत्सव मेला के नाम से लगता है।क्योंकि चन्द्रकुवंर बर्त्वाल की जन्मभूमि व कर्मभूमि नागनाथ पोखरी का क्षेत्र रहा है।उनकी तुलना हिन्दी के श्रेष्ठ छायावादी कवि प्रसाद,पंत,निराला के अलावा अंग्रेजी के श्रेष्ठ कवि शैली व कीट्स से उनके साहित्य की तुलना की जाती है।
डा.ॅ बर्त्वाल ने बताया कि, कवि चन्द्रकुवंर ने अपनी अल्प आयु के 12 साल बचपन से लेकर बाल्यावस्था तक नागनाथ पोखरी में बिताये है।उनकी प्रायमरी से लेकर मीडिल तक की शिक्षा भी इसी क्षेत्र में हुई है।उनके कविता के विषय हिमाछादित पर्वत,बांज बुरास,काफल के पेड़,अछरी के उड्यार रहे है। उन्होनें तुंगनाथ पर भी सुदर रचना लिखी है। काफल पाको उनकी श्रेष्ठ रचना रही है। महापंण्डित राहुल सांस्कृत्यिान ने उनका उपनाम काफल पाको रखा था।उनकी कविताओं का केन्द्र बिन्दू हिमालय था।कवि चन्द्रकुंवर की कविताओं को पड़ने का आनन्द नागनाथ पोखरी के बांज बुरास काफल के जंगल के बीच अधिक प्रासंगिक है।
वही स्थानीय विधायक महेन्द्र भट्ट ने चन्द्र कुुवंर खादी ग्रामोद्योग मेले के आयोजन पर सभी क्षेत्र वासियों को बधाई व शुभकामनायें दी। बद्रीनाथ विधायक महेन्द्र भट्ट ने कहा कि मैं इस क्षेत्र का विधायक दूसरी बार हूं पहली बार में भी हिमवंत कवि चन्द्रकुवंर बर्त्वाल के बारे में मुझे जानकारी मिल गई थी,इसके अतिरिक्त इस क्षेत्र के प्रतिष्ठित व्यक्ति नरेन्द्र सिंह भण्डारी व श्रीधर आजाद के बारे में भी काफी जानकारी मिली थी। इनको यादगार बनाने के लिए हमने काम करना शुरू किया। इस कड़ी में स्व.नरेन्द्र सिंह भण्डारी की मूर्ति स्थापित किया,राजकीय इंटर कॉलेज नागनाथ का नाम स्व. नरेन्द्र सिंह भण्डारी किया। इससे पूर्व महाविद्यालय पोखरी का नाम चन्द्र कुवंर बर्त्वाल के नाम पर हो चुका था।सामुदायिक स्वास्थ केन्द्र पोखरी का नाम श्रीधर आजाद स्वत्रंत्रता सैनानी के नाम पर किया गया। मेरे यह प्रयास रहता है। इस तरह के महान विभूतियों को नमन करना हम अपना दायित्व समझते है।उन्होने कहा कि वरिष्ठ साहित्यकार योगम्बर सिंह बर्त्वाल के प्रस्ताव पर हम यह मेले का आयोजन कर रहे है।
वही अध्यक्ष नगर पंचायत लक्ष्मी प्रयाद पंत ने कहा कि हर वर्ष आयोजित किये जाने वाला हिमवंत कवि चन्द्रकुवंर बर्त्वाल खादी ग्रामोद्योग एचं पर्यटन शरोदात्सव मेला कोविड 19 के कारण बीते दो सालों से आयाजित नहीं किया गया है।इस बार यह मेला कोविड नियमों को ध्यान में रखते हुऐ भव्य रूप से आयोजित किया जा रहा है। उन्होंने प्रदेश व क्षेत्रीय जनता को इस भव्य मेले में पधारने का न्योता दिया है। अध्यक्ष लक्ष्मी प्रसाद पंत ने कहा है कि मेले का उदेश्य क्षेत्र का विकास है।
मेले का आर्कषण
चरखी, मौत का कुऑ,सर्कस,लॉटरी,क्रास कंट्री रेस,बॉलीबॉल प्रतियोगिता,विभिन्न विभागों के स्टॉल,स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्वास्थ्य कैंप,हंस फांउडेसन द्वारा स्वास्थ्य कैंप,समाज कल्याण विभाग द्वारा दिव्याग शिविर,सेवा इंटरनेशनल द्वारा स्वास्थ्य कैम्प। इसके साथ ही सांस्कृतिक संध्या में मीना राणा,गजेन्द्र राणा,पम्मी नवल,संगीत ढौडियाल,रेशमा शाह,दर्शन फस्वार्ण,अमित खरे,रोति चौहान,इंदर आर्य,मनोज सागर,अनीषा रांगड़ लोक गायक व गायिका मेले में अपने गायिका का जादू विखेरेंगे।