हिमवंत कवि चन्द्र कुवंर बर्त्वाल राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय नागनाथ पोखरी में एण्टी ड्रग्स प्रकोष्ठ व कैरियर काउन्सलिंग सैल के संयुक्त तत्वावधान में कार्यशाला का आयोजन
Workshop organized under the joint aegis of Anti Drugs Cell and Career Counseling Cell at Himwant Kavi Chandra Kuwar Bartwal Government Post Graduate College, Nagnath Pokhri.
चमोली: हिमवन्त कवि चन्द्र कुँवर बत्र्वाल राजकीय महाविद्यालय नागनाथ पोखरी, चमोली में एण्टी ड्रग्स प्रकोष्ठ एवं कैरियर काउन्सलिंग सैल के संयुक्त तत्वाधान में कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ एण्टी ड्रग्स प्रकोष्ठ एवं कैरियर काउन्सलिंग सैल के संयोजक डाॅ0 नन्दकिशोर चमोला के द्वारा समस्त आगन्तुकों का स्वागत अभिनन्दन के साथ कार्यशाला की रूपरेखा प्रस्तुत की गयी।
इस दौरान प्राचार्य डाॅ0 संजीव कुमार जुयाल ने साइबर क्राइम विषय पर अपने वक्तव्य में कहा कि आज हम सभी तकनीकी शिक्षा के माध्यम से एक दूसरे से जु़डे़ है परन्तु उसके विपरित अनधिकृत तकनीकी अपराधों में बढोतरी होती जा रही है वर्तमान में डिजिटल अरेस्ट स्कैम फैल रहा है जिसमें लोंगों को स्कैमरों के द्वारा अपने आप को सरकारी अफसर जैसे क्राइम ब्रांच, सी0बी0आई0, ई0डी0 आदि बताकर डराया धमकाया जा रहा है। और विडियो काॅल के द्वारा अपने ही घर में अरेस्ट कर उनसे मनचाहा धन वसूला जा रहा है। इससे बचने के लिए हमें किसी भी प्रकार के डर और लालच से बचना चाहिए। साथ ही अनजाने लिंक पर क्लिक नहीं करना चाहिए। और अगर कभी अनजाने में फंस जायें तो अपने अभिभावकों से सलाह लेनी चाहिए व अविलम्ब पुलिस को 112 नम्बर पर सूचित कर देना चाहिए। इसी क्रम में कार्यशाला के मुख्य वक्ता श्री विनोद चैरसिया (थानाध्यक्ष पोखरी) ने महिला सुरक्षा, युवाओं द्वारा नशा का प्रयोग उससे होने वाली सामाजिक, नैतिक एवं सड़क दुर्घटना, साइबर क्राइम, लिंगभेद एवं रोजगार व कौशल विकास का सारगर्भित व्याख्यान दिया। इसी क्रम में इन्होंने कहा कि किसी भी अपराध के लिए असंतुलित मानसिकता एवं असंतुलित भावनाऐं जिम्मेदार होती हैं हमें कानून का सद्पयोग करना चाहिए और दुरपयोग करने से बचना चाहिए दूसरों के अनुभवों से सीखना चाहिए और स्वयं गलती कर अपने जीवन को बर्बाद करने से बचना चाहिए। हमें भावनात्मक, मानसिक, आर्थिक, शाररिक रूप से मजबूत बनने की आवश्यकता है। जिससे हम देश के विकास में योगदान दे सकते हैं। कार्यक्रम के समापन के अवसर पर कार्यशाला के संयोजक डाॅ0 नन्दकिशोर चमोला ने समस्त आगन्तुकों का धन्यवाद ज्ञापित कर कहा कि हमें इस कार्याशाला की जानकारी को आत्मसात करते हुए एक आदर्श समाज का निर्माण करने में अपना योगदान देना चाहिए इस कार्यशाला में महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापक, कर्मचारी गण एवं समस्त छात्र-छात्राऐं उपस्थित रहे।