जोशीमठ भूधसांव पर शासन व प्रसाशन हरकत में, भूगर्भ बैज्ञानिकों की टीमें जुटी जांच में।




जोशीमठ में भू धंसाव का मामला लगातार गहराता जा रहा है। मामले की संवेदनशीलता पर शासन व प्रसाशन हरकत में आ गया है। एक ओर प्रशासन के आला अधिकारियों के साथ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बैठक कर राहत व बचाव कार्य की जानकारी ली। वही प्रशासन व जिम्मेदार कार्यदायी संस्था एनटीपीसी को अग्रिम आदेशों तक निमार्ण कार्यो पर पूर्ण रूप से रोक लगा दी गई है।
जोशीमठ में भू धंसाव की जानकारी लेने के लिए गढ़वाल आयुक्त सुशील कुमार,आपदा प्रबंधन सचिव रंन्जीत कुमार सिन्हा सहित विशेषज्ञ बैज्ञानिकों की टीम द्वारा प्रभावति क्षेत्रों में घर घर जाकर सर्वेक्षण किया।
वही गढ़वाल आयुक्त सुशील कुमार ने बताया कि जोशीमठ में जिन क्षेत्रों में नई दरारें आई हैं वहां भ्रमण कर स्थिति का जायजा लिया जा रहा है।पीड़ित परिवारों को बैकल्पिक राहत के अतिरिक्त स्थाई समाधान पर भी मंथन किया जा रहा है। 50 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है। 561 घरों में दरारें आई है। पानी और मिट्टी निकलने पर आसंका जताई जा रही है कि अभी भू धंसाव बड़ सकता है।
आपको बता दंे कि,भू धंसाव को लेकर पूरे जोशीमठ क्षेत्र में भय का माहौल बना हुआ हैं लोग घरों में डरे व सहमें हुऐ है। वही वाडिया,जीएसआई व आई आईटी रूड़की के बैज्ञानिकों के द्वारा भू धसांव पर लगातार रिर्सच और जांच का कार्य जारी है। जोशीमठ में 561 परिवारों की सुरक्षा को लेकर धामी सरकार भी हरकत में आ गई है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पीड़ितों को जल्द राहत देने के लिए अधिकारियो को सख्त निर्देश दिये है।