पोखरीः रौता गांव में भालू के हमले से महिला बुरी तरह जख्मी,श्रीनगर अस्पताल में चल रहा है इलाज
पोखरी रौता-उत्तराखंड के पर्वतीय जनपदों में मानव और वन्य जीवों का टकराव लगातार बड़ता जा रहा है। जंगलों में रहने वाला भालू अब गांवों के पास झाडियों में ठिकाना बनाने लगे है जिससे आये दिन वह ग्रामीणों को अपना शिकार बना रहे है। लेकिन वन विभाग इस ओर ठोस कार्यवाही करता नजर नहीं आ रहा है।ताजा घटनाक्रम पोखरी ब्लाक के रौता गांव का है जहां बीते 3 जनवरी को सर्वेश्वरी देवी (56) पर उस समय भालू ने अचानक हमला कर दिया जब वह शुबह (8ः30) अपने खेत में घास के लिए जा रही थी।हमाले के समय उनके साथ एक अन्य महिला भी मौजूद थी।जिसने किसी तरह जान बचाकर ग्रामीणों को सूचना दी बहुत शोर के बाद महिला को भालू के हमले से बचाया गया। पीड़ित महिला के पति स्व.कमल सिंह है।घायल महिला को सामूदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पोखरी से प्राथमिक उपचार के बाद राजकीय मेडिकल काॅलेज श्रीनगर (श्रीकोट) रेफर किया गया है। जहां जहां उनका उपचार चल रहा हैं। श्रीनगर संवाददाता कुलदीप नेगी ने बताया िक पीड़ित महिला सर्जरी वार्ड में भर्ती है। और बुरी तरह से जख्मी होने के कारण उनकी स्थिति अभी भी स्थिर बनी हुई है।
पीड़ित महिला के भाई ने बताया कि भालू ने गले व शरीर के कई भागों कों बुरी तरह से जख्मी किया है। वन अधिकारियों के द्वारा अभी तक 5 हजार रूपये की सहायता राशि दी गई है। और जल्द मुआवजा देने का आस्वासन दिया गया है।
वही भालू के हमाले की दूसरी घटना पौड़ी जनपद के मारखोड़ा गांव की है महिला के टाॅग पर भालू ने हमला किया है। जिन्हें उपचार के लिए बेस अस्पताल श्रीकोट लाया गया है और इनको भी सर्जरी वार्ड में भर्ती किया गया है।महिला के परिजनों ने वन विभाग से उचित मुआवजा दिलाने की मांग की है।