नारी शिल्प मंदिर गर्ल्स इन्टर कालेज में विधिक जागरूकता व साक्षरता कैंप का किया गया आयोजन
Legal awareness and literacy camp organized in Nari Shilp Mandir Girls Inter College
देहरादून:मई 2024 को नारी शिल्प मंदिर गर्ल्स इंटर कॉलेज चकराता रोड में एक विधिक जागरूकता एवं साक्षरता कैंप का आयोजन किया गया। प्राविधिक कार्यकर्ता उमेश्वर सिंह रावत ने बताया कि इस कैंप में 9 अप्रैल 2024 को एक वृध व्यक्ति जिसकी स्कूटी चलाते समय दुर्घटना होने पर घायल हो गए थे। उस व्यक्ति की मदद करने वाले मयंक अग्रवाल को इस कैंप में सम्मानित किया गया ।इस कैंप के मुख्य अतिथि वरिष्ठ सिविल जज एवं सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण हर्ष यादव जी थे। उक्त कार्यक्रम में सचिव महोदय द्वारा सरकारों के प्रकार संविधान में वर्णित मौलिक अधिकार नशे के दुष्प्रभाव साइबर अपराध एवं ऑनलाइन फ्रॉड आदि के विषय में छात्रों को विस्तार पूर्वक जानकारी दी। सचिव महोदय द्वारा अंत में घायल व्यक्ति की मदद करने वाले श्री मयंक अग्रवाल को मोमेंटो एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।
इस कार्यक्रम में उपस्थित जीजीआइसी की प्रधानाचार्या श्रीमती प्रेमलता बधाई ने आयोजकों का आभार व्यक्त हुए कहा कि इस तरह के कार्यक्रम होते रहने चाहिए।
ट्रैफिक विभाग से आए निरीक्षक नरेश भोरयाल ने छात्राओं को सड़क सुरक्षा का पाठ पढ़ाते हुए बताया कि हमें घायल व्यक्ति की मदद अवश्य करनी चाहिए।
वृद्ध व्यक्ति की मदद करने वाले मयंक अग्रवाल ने भी छात्राऔ का आह्वान किया कि हमें किसी दुर्घटना में घायल व्यक्ति की मदद करने में घबराना या डरना नहीं चाहिए क्योंकि आपका प्रयास किसी की भी जान बचा सकता है।
प्राविधिक कार्यकर्ता उमेश्वर सिंह रावत ने छात्राओ का आह्वान किया कि घायल की मदद करने के लिए हर व्यक्ति को आगे आना चाहिए साथ ही उन्होंने ड्यूटी के दौरान आने वाले प्रकरणों का भी कैंप में जिक्र किया। रावत ने उपस्थित लोगों को 11 में 2024 को होने वाले लोक अदालत के बारे में भी जानकारी दी । जिस व्यक्ति का की दुर्घटना में चोट लगी थी उनकी पुत्री आकांक्षा ने मयंक को शाल उढाकर सम्मानित किया। कार्यक्रम के दौरान कॉलेज की छात्राओं ने एक अत्यंत मनमोहक जौनसारी नृतय प्रस्तुत किया।
कॉलेज की प्रधानाचार्या मोना वाली ने सभी आगंतुक अतिथियों का आभार एवं धन्यवाद व्यक्त करते हुए छात्राओ को विधिक जागरूकता के महत्व को समझने का आवाह्न किया।
इस अवसर पर कॉलेज की 15 शिक्षिकाएं तथा छात्राएं उपस्थित थी।