शिव शक्ति मंदिर महड़ गांव दशज्यूला में श्रीराम कथा ज्ञान व शत चण्डी यज्ञ का भव्य शुभारम्भ
श्रद्धा व विश्वास के भाव से ही भगवान राम ह्रदय में बसते है।
रूद्रप्रयाग:आराध्या देवी माॅ चण्डिका भवानी दिवरा यात्रा बन्याथ की पहली वर्षगांठ पर महड़ गांव शिवशक्ति मंदिर में आयोजित शत चण्डी यज्ञ व दिव्य श्री राम कथा का भव्य शुभारम्भ वेदमंत्रोचारण के साथ हुआ।
प्रात: कथा व्यास नीलकंठ पुरोहित जी महाराज के बैंजी काण्डई दशज्यूला स्थित घर से दिव्य कलश यात्रा का आयोजन किया गया।
इस दौरान क्षेत्र के सैकड़ों भक्त इस कलश यात्रा में सामिल हुए। कलश यात्रा शिव शक्ति मंदिर महड़ गांव पंहुचने पर विधिवत शत चण्डीपाठ यज्ञ का शुभारम्भ पण्डित ललिला प्रसाद पुरोहित के सानिध्य में शुभारंम्भ किया गया।
श्रीराम कथा के प्रथम दिवस पर कथा व्यास नीलकंठ पुरोहित जी महाराज ने कहा जिनके नाम कलयुग के सारे पापों को नष्ठ कर देते है वो नाम श्रीराम का है। गुरू की महिमा का व्याख्यान करते हुए उन्होनें कहा कि गुरू बिना जीवन पार नही हो सकता।
साधु प्रकृति के व्यक्ति संसार के कहने से विचलित नहीं होते है। साधु बनने का ढ़ोंग नही रचा जा सकता है यह प्रभु की देन होती है। कर्म को निष्ठा से करने वाले व्यक्ति के जीवन में ही भक्ति का प्राकाट्य होता है।
अहंकारी ब्यक्ति के जीवन में दुख ही दुख आते है और अंत में उसका बुरा अंत होता है।
संगीतमय कथा के दौरान प्रभु श्रीराम के अनेक भजनों से कथा मंडप में पधारे भक्त भाव विभोर हुऐ।
श्रीराम कथा के दौरान स्वास्थ्य विभाग,पुलिस प्रशासन की टीम भी मौजूद रहे।
इस दौरान जय मां चण्डिका दिवारा यात्रा समिति के अध्यक्ष धीर सिंह बिष्ट,सचिव देवेन्द्र सिंह जग्गी,प्रबंधक हीरा सिंह नेगी,कोषाध्यक्ष जगदीश भण्डारी,मकर सिंह नेगी,रायसिंह रावत,बलबीर सिंह नेगी,सत्येन्द्र नेगी,सुर्दशन सिंह नेगी,चन्द्रवीर नेगी,
समस्त महिलामंगल दल,विक्रम नेगी,सुर्दशन सती,दलबीर सिह नेगी,नरेन्द्र मलवाल,समेत अनेक गणमान्य लोग मौजूद रहे।