आपदा प्रबंधन में ड्रोन तकनीक: NDRF कर्मियों ने पूरा किया पांच दिवसीय प्रशिक्षण



उत्तराखंड अंतरिक्ष उपयोग केंद्र (यूसैक) के सभागार में एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल) के असिस्टेंट कमांडो एवं इंस्पेक्टर रैंक के अधिकारियों के लिए “आपदा प्रबंधन में ड्रोन एप्लीकेशन” विषय पर पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित की गई। इस प्रशिक्षण में विशेषज्ञों ने ड्रोन तकनीक के विभिन्न पहलुओं पर गहन जानकारी दी।



यूसैक में स्थापित एवं आईटीडीए द्वारा संचालित ड्रोन एप्लीकेशन एंड रिसर्च सेंटर द्वारा आयोजित इस कार्यशाला में विशेषज्ञों ने “आपदा प्रबंधन में ड्रोन तकनीक का उपयोग” पर विस्तृत व्याख्यान दिया। प्रशिक्षण का उद्देश्य एनडीआरएफ कर्मियों को आपदा के दौरान ड्रोन तकनीक के प्रभावी उपयोग की समझ विकसित करना था। पांच दिनों तक चले इस प्रशिक्षण में अधिकारियों को लाइव स्ट्रीमिंग, आपदा प्रभावित क्षेत्रों का मैपिंग, ड्रोन संचालन की बुनियादी तकनीक और ड्रोन सिमुलेटर प्रैक्टिस से परिचित कराया गया। अधिकारियों ने कार्यशाला को आपदा प्रबंधन रणनीतियों को और अधिक प्रभावी बनाने में सहायक बताया। इस कार्यशाला में 25 असिस्टेंट कमांडो एवं इंस्पेक्टर रैंक के प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। इस अवसर पर एडमिन ऑफिसर आरएस मेहता, जनसंपर्क अधिकारी सुधाकर भट्ट, प्रोजेक्ट इंचार्ज दीपक भंडारी, प्रशिक्षण समन्वयक शुभम शर्मा, ड्रोन विशेषज्ञ अभय पाल, सत्यम अग्रवाल आदि मौजूद रहे।
