केदारबाबा के बाद यमुनोत्री धाम के कपाट हुए शीतकाल के लिए बंद
उत्तरकाशी। केदारनाथ धाम के कपाट बन्द होने के बाद माँ यमुनोत्री धाम के कपाट भी श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिए गए हैं। भैया दूज के पावन अवसर पर वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ 12 बजकर 15 मिनट पर कपाट शीतकाल के लिए बन्द किए गए। जिसके बाद मां यमुना की उत्सव डोली भोगमूर्ति के साथ तीर्थ पुरेाहितों के गांव खरसाली गांव के लिए रवाना हुई । जंहा पर आगामी 6 माह के लिए मां यमुना की पूजा अर्चना की जाएगी।
बता दें कि खरसाली गांव से समेश्वर देवता की डोली मां यमुना को लेने यमुनोत्री धाम पहुंचती है । जिसके बाद यमुना स्त्रोत नाम पाठ, यमुना आरती सहित हवन होने के बाद समेश्वर देवता की अगवाई में मां यमुना की उत्सव डोली खरसाली गावं के लिए रवाना होती है । जंहा पर शीतकाल में 6 महीने तक मां यमुना की पूजा अर्चना होगी।