







चमोली:भले ही राज्य सरकार चारधाम यात्रा की तैयारियों मंे जोर शोर से जुट गयी हो,और जोशीमठ भू-धंसाव के पीड़ितों को हर संभव मदद देने का प्रयास कर रही हो लेकिन जोशीमठ के आम व्यापारी पर अब रोजी रोटी का संकट मंडराने लगा है। राज्य सरकार के मानकों में आपदा का मुआवजा सिर्फ जमीन मालिक को ही मिल सकता है। जिससे यहां के व्यापारियों को राहत व मुआवजा नहीं मिल पा रहा है। चारधाम यात्रा में बद्रीनाथ धाम समेत विश्व प्रसिद्व पर्यटक स्थल ऑली के मुख्य केन्द्र बिन्दु जोशीमठ में भू धंसाव से यहां स्थानीय लोगों व व्यापारियों में असमंजस की स्थिति बनी हुई है।
वही प्रांन्तीय उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मण्डल जिला अध्यक्ष चमोली महेन्द्र सेमवाल का कहना है कि, व्यापारियो को स्थानीय लोगों की तरह राहत व मुआवजा मिलना चाहिए।साथ ही जो मुआवजा बद्रीनाथ मास्टर प्लान के तहत अन्य लोगों को मिला है वही मुआवजा जोशीमठ के व्यापरियों को भी मिलना चाहिए।जिसके लिए पूर्व में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से प्रांन्तीय व्यापार मण्डल द्वारा पत्र जारी किया जा चुका है।
जोशीमठ में भू धंसाव के बाद राज्य सरकार भले ही राहत व पुर्नवास के लिए प्रयास कर रही हो लेकिन यहां का व्यापारियों की स्थिति दयनीय बनी हुई है।गौरतलब है कि चारधाम यात्रा के दौरान जोशीमठ में तीर्थयात्रियों व पर्यटकों का भारी जमावड़ा लगा रहता है जिससे यहां के व्यापारियों का कारोबार में ईजाफा होता है और कई स्थानीय बेराजगारों के लिए भी रोजगार मिलता है। लेकिन देखने वाली बात अब यह होगी की राज्य सरकार यहां के व्यापरियों को भी स्थानीय लोगों की तर्ज पर मुआवजा व राहत दे पाती है या नहीं?


-भानु प्रकाश नेगी,हिमवंत प्रदेश न्यूज जोशीमठ चमोली