PWD/PMGSY का उदासीन रवैया,उडामाण्डा रौता मोटरमार्ग की हालत गंभीर
विकासखंड पोखरी के अर्न्तगत बीस साल पहले से निर्मित उड़ामण्डा चोपड़ा रौता मोटर मार्ग की हालत लोक निर्माण विभाग की लापरवाही के कारण गम्भीर बनी हुई है। उडामाण्डाधार से सिनाउ गांव तक सड़क की हालत इतनी गंभीर बनी हुई है कि समझ में नहीं आता कि सड़क में गढढे है या गढढों में सड़क! इस मोटर मार्ग पर सिनाउ गांव के अन्तिम छोर पर एक सलाईडिंग जोन भी बन गया है जहां पर बरसात के समय बहुत खतरा बना हुआ है। इस मोटर मार्ग की स्थिति इतनी गंभीर है कि यहां कभी भी बडा हादसा हो सकता है लेकिन इस सब खतरे को देखने के बाद भी लोक निमार्ण विभाग काई ठोस कार्यवाही नहीं कर रहा है।
वही इस मोटर मार्ग से गुजरने वाले लोगों का कहना है कि जब भी हम इस सड़क मार्ग से गुजरते है तो यह भरोसा नहीं रहता की सही सलामत मंजिल तक पंहुच जायेगें या नहीं ?विभाग की इस गंभीर लापरवाही को देखते हुऐ ग्रामीणों व राहगीरों में भारी रोष व्याप्त हो रहा है।
वही लोक निमार्ण विभाग पोखरी के अधिशासी अभियंता का कहना है कि यह मोटर मार्ग पर 8 किलामीटर का हेण्डओवर पीएमजीएसवाई को मिलना है जिसकी डीपीआर बन चुकी है संभयतया 5 माह के अर्न्तगत कार्य शुरू हो पायेगा।
उडामाण्डा रौता मोटर मार्ग सिमखोली से प्रधानमंत्री सड़क योजना के अर्नगत है जिसके तीसरे चरण का अब शुरू होना है। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के पोखरी डिवीजन के ए ई सत्यपाल सिंह का कहना है कि पहले यह सड़क शुरवात के 8 किलोमीटर से सिमखोली गांव तक पीडब्लुडी के पास थी लेकिन अब यह भाग भी पीएमजीएसवाई के पास आने वाली है जिसकी सिर्फ कागजी कार्यवाही अंन्तिम चरणांे में चल रही है।
गौरतलब है कि,उडामाण्डा चोपड़ा रौता मोटर मार्ग जब से निर्मित हुआ है। तब से दूसरी बार इस सड़क का सुधारीकरण व डामरीकरण नहीं हो पाया है। सिनाउ गांव के अंन्तिम छोर से सिमखोली गांव के प्रवेशद्वार तक 3 किलोमीटर ही नवीनीकरण हो पाया है। उसके बाद रौता गांव तक इस सडक की हालत बहुत गंभीर बनी हुई है। लगभग दो दर्जन से अधिक गांवों को जोड़ने वाला यह महत्वपूर्ण मोटर मार्ग पर आये दिन छोटे से लेकर बडे दर्जनों बाहन चलते है लेकिन फिर भी पीडब्लुडी का उदासीन रवैया बना हुआ है।