पोखरी कर्णप्रयाग मोटरमार्ग पर चौड़ीकरण कार्य बना जी का जंजाल,ठेकेदार मौन




सैंया भए कोतवाल अब डर काहे का….. कहावत पोखरी कर्णप्रयाग चौड़ीकरण के जिम्मेदार ठेकेदार व संबंधित विभाग पीडब्लुडी पर एक दम सटीक बैठती है। विगत 5 माह से अधिक समय से चल रहे इस चौड़ी करण का काम कछुआ गति से गतिमान है। सूत्रों के अनुसार वन विभाग की एनओसी के बिना ही ठेकेदार ने पोखरी कर्णप्रयाग मोटरमार्ग के चौड़ीकरण कार्य शुरू किया। इसकी भनक जब वन विभाग को लगी तो वन विभाग ने संबंधित ठेकेदार पर करोड़ रूपये का जुर्माना बसूला गया। बहरहाल सड़क निमार्ण कार्य फिर से चालू हुआ तो अधूरे स्कबर,रोड़ की कटिंग का मलबा सड़कों पर जगह जगह बिखरा हुआ है। ठेकदार व पीडब्लुडी की लापरवाही का आलम यह है कि स्कवरो के लेंटर के सरिया सीधे तौर पर सड़क में खडे़ है। सड़क पर मलवा न हटने की वजह से यह सड़क पहले से संकरी व खतरनाक हो गई है। अधिकतर स्थानों पर बड़े बड़े खड्डे दुर्घटनाओं को न्यौता दे रहे है। लेकिन इस सड़क के ठेकेदार को इन सब बातों से कुछ लेना देना ही नहीं है।
वहीं उप-जिलाधिकारी पोखरी संतोष कुमार पांण्डे का कहना है कि विभागीय विवाद के चलते यह कार्य रूक गया था लेकिन फिर से यह प्रारंम्भ हो चुका है। ठेकेदार को सख्त निर्देश दिये गये है। कटिंग का कार्य पूर्ण हो चुका है जल्द मलबे को भी हटवाया जायेगा।
बहरहाल पोखरी कर्णप्रयाग मोटरमार्ग पर बिखरे मलबे व बड़े बड़े गढ्डे बड़ी दुर्धटनाओं को न्यौता दे रहे है लेकिन पीडब्लुडी व इस मोटर मार्ग के ठेकेदार शायद तब हरकत में आयेगा जब यहां कोई बड़ी दुर्धटना घटित होगी। जिम्मेदार ठेकदार व विभाग को इस सड़क के अधूरे कार्य को बरसात से पूर्व पूर्ण करना होगा वरना यहां होनी वाली दुर्धटना के पूर्ण जिम्मेदार ठेकदार व पीडब्लुडी विभाग को माना जायेगा।
भानु प्रकाश नेगी, पोखरी चमोली


