वैदिक पूजा व भोले के जयकारों के साथ खुले चतुर्थ केदार बाबा रूद्रनाथ के कपाट
भानु प्रकाश नेगी,गोपेश्वर
चमोली्/गोपेश्वर- चतुर्थ केदार के नाम से देश और दुनियां में विख्यात बाबा रूद्रनाथ के कपाट विधिविधान व बैदिक पूजा के बाद श्रद्धालुओं के लिए खोल दिये गये है। जिला मुख्यालय चमोली के चोपता तुंगनाथ मार्ग के सगर गांव से लगभग 22 किलोमीटर उच्च हिमालयी क्षेत्र में स्थित बाबा रूद्रनाथ के मंदिर को कपाट खुलने के अवसर पर भव्य तरीके से सजाया गया था। रूद्रनाथ के मुख्य पुजारी हरीश भट्ट ने बताया कि बाबा रूद्रनाथ में इस बार श्रद्वालुओं का सैलाब उमड़ रहा है। दो साल तक कोरोना महामारी के कारण देश विदेश के भक्त बाबा रूद्रनाथ के दिव्य दर्शन नहीं पाये थे। उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं के लिए मंदिर समिति की ओर से हर संभव सुविधायें देने का प्रयास किया जायेगा। बाबा रूद्रनाथ के दर पर आने वाले सभी शिव भक्तों का स्वागत व अभिनंदन है।
आपको बात दे कि सम्पूर्ण भारतवर्ष में भगवान शिव के मुख दर्शन सिर्फ रूद्रनाथ में ही किये जाते है।प्राकृतिक सुन्दरता से परिपूर्ण यह उच्च हिमालयी क्षेत्र शिव भक्तों व देश विदेश के तीर्थ यात्रियों व पर्यटकों के लिए किसी स्वर्ग से कम नहीं है। मखमली बुग्याल और हिमालय की अनेक पर्वत श्रृखलाओं के दर्शन से यहां आने वाले सैलानी मंत्रमुग्ध हो जाता है।विषम भौगोलिक परस्थिति के कारण बाबा केदार की छः माह के लिए गोपेश्वर स्थिति गोपीनाथ मंदिर के पास गद्दी स्थल पर की जाती है।