बद्रीनाथ केदारनाथ मास्टर प्लान को लेकर तीर्थ पुरोहित समाज ने जताई आपत्ति,पीएम मोदी को लिखा पत्र


बद्रीनाथः चार धाम तीर्थ पुरोहित हक-हकूक धारी महापंचायत समिति ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बद्रीनाथ व केदारनाथ आगमन पर उनसे खुली अपील की है। महापंचायत समिति ने एक पत्र जारी कर प्रधानमंत्री मोदी से अपील की है कि, भगवान बद्रीविशाल व बाबा केदारनाथ में केन्द्र सरकार द्वारा मास्टर प्लान के अर्न्तगत जो विकास कार्यो का खाका खींचा जा रहा है,उसमें हक हकूकधारी व तीर्थ पुरोहित समाज की अनदेखी की जा रही है। वही चारधाम पुरोहित हक-हक हकूकधारी महापंचायत के महामंत्री हरीश डिमरी ने आरोप लगाया है कि बद्रीनाथ धाम व केदारनाथ धाम में चल रहे मास्टर प्लान में स्थानीय समाज,हकधारी समाज एवं तीर्थ पुरोहितों के हितों को सर्वोच्च प्राथमिकता में रखा जाना चाहिऐ था। लेकिन इन सब लोगों की अनदेखी कर मास्टर प्लान का कार्य निरंतर जारी है। उन्होंने कहा कि मास्टर प्लान में हक हकूकधारी समाज,तीर्थ पुरोहित समाज के हितों व विचार विर्मश किए बिना निर्माण कार्य आगे नहीं किया जाना चाहिए।


पुरातन काल से ही इन तीर्थो की परम्पराओं को हक-हकूकधारी व तीर्थ पुरोहित समाज ही आगे बड़ा रहा है। मन्दिर के विस्तारीकरण व सौर्न्दीयकरण के नाम पर वहां की जमीन का अधिग्रहण उत्तराखंड पर्यटन विकास के नाम पर किया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि, भविष्य में बद्रीनाथ व केदारनाथ मन्दिर समिति के अस्तित्व को समाप्त करने की साजिस की जा रही है। जो स्थानीय हकदार समाज,तीर्थ पुरोहित समाज के हकों पर कुठाराधात होगा। भविष्य में धार्मिक नगरी को पर्यटन नगरी बनाने की साजिश चल रही है।साथ ही ज्योर्तिमठ में हेलंग-मारवाड़ी बाईपास बचाने की प्रक्रिया को तत्काल रोका जाना चाहिए। जिसे ज्योर्तिमठ(जोशीमठ)को बचाया जा सके। क्योंकि स्कंन्ध पुराण के अनुसार नरसिंह भगवान के दर्शन के पश्चात भगवान बद्रीनाथ के दर्शन किए जाते है।