दुखदः प्राणमति नदी ने ली एक और जान,ग्रामीणों में प्रशासन के खिलाफ आक्रोश
थराली गांव के लिए अभिशाप बन चुकी प्राणमति नदी ने एक और जिन्दगी लील ली है। घटनाक्रम के अनुसार सोमवार सुबह दस बजे प्राणमति नदी पर बने लकड़ी के अस्थाई पुल से रेनू देवराड़ी पुत्री तारा दत्त पुल को पार कर रही थी तभी पैर फिसलने से वह नदी में गिर गई। रेनू अपनी मामी के साथ प्राणमति नदी में घास लेने गई थी। मामी भानजी जैसे ही लकड़ी के पुल को पार कर रहे थे दोनो ने एक दूसरे का हाथ पकड़ा था। रेनू की मामी कुछ दूर बहने के बाद बच गई लेकिन रेनू
200 मीटर तक बहने के बाद अत्यधिक घायल हो गई। जिसे प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र थराली ले जाया गया जहां उपचार के दौरान डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
डॉक्टर संजय बडयारी ने बताया कि प्राथमिक तौर पर सर व पसलियां में चोट लगने स मौत हुई है।
वही ग्रामीणों में प्रशासन और नगर पंचायत के प्रति आक्रोश व्याप्त हैं। ग्रामीणों का कहना है कि कई बार रास्ते व पुल की मांग करने के बाद भी उनकी मांगों पर कोई एक्सन नहीं हुआ है।