थराली आपदा प्रभावित क्षेत्रों में पैदल जाकर अधिकारियों ने लिया हाल, समस्याओं का होगा समाधानaf





थराली (चमोली): जिलाधिकारी के आदेश पर प्रशासनिक टीम ने आपदा प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया। टीम ने ग्राम गुमड़ में 22 किलोमीटर पैदल दूरी तय कर ग्रामीणों के साथ शाम 7–8 बजे तक बैठक की। इस दौरान ग्रामीणों ने खाद्यान्न, पेयजल, सड़क, बिजली, स्वास्थ्य सेवाओं, भूमि और फसल क्षति जैसी समस्याओं से अवगत कराया। इन समस्याओं की जानकारी तत्काल उपजिलाधिकारी थराली को दूरभाष के माध्यम से दी गई।
उद्यान अधिकारी चमोली ने बताया कि टीम ने रणकोट, गुघिटी और कलचौना गांवों का सर्वे किया। ग्राम गुघिटी में एक वृद्ध महिला के गंभीर रूप से बीमार होने की सूचना आपदा कंट्रोल रूम को दी गई और महिला को हेलीकॉप्टर सेवा से अस्पताल भेजने का आग्रह किया गया।

इस दौरान ग्रामीणों ने अत्यधिक बिजली कटौती की समस्या भी बताई, जिस पर बिजली विभाग के एसडीओ से वार्ता कर त्वरित समाधान कराया गया। वहीं, सितंबर माह का राशन न मिलने की शिकायत पर उपजिलाधिकारी और डीएसओ ने आश्वासन दिया कि सड़क खुलते ही 2–3 दिन में राशन गांव तक पहुंचा दिया जाएगा, और यदि सड़क न खुली तो खच्चरों के माध्यम से आपूर्ति कराई जाएगी।
सर्वे में यह भी सामने आया कि अतिवृष्टि से किसानों की मंडुवा, चौलाई, आलू, गोभी आदि फसलें बर्बाद हो गई हैं। कृषि बीमा प्रतिनिधियों को तत्काल सर्वे कर किसानों को क्लेम दिलाने के निर्देश दिए गए।
टीम ने उद्यान विभाग से लाभान्वित किसानों से भी मुलाकात की और कीवी उत्पादन को लेकर बैठक की। कृषकों को कीवी मिशन की जानकारी दी गई और उत्पादन क्षेत्र विस्तार एवं प्रशिक्षण पर विशेष बल दिया गया। साथ ही किसानों को सलाह दी गई कि शुरुआती 2–3 वर्षों तक विभाग से उपलब्ध हाइब्रिड सीड का प्रयोग करें, जिससे बेहतर उत्पादन संभव हो सकेगा

