मॉ चण्डिका बन्याथ महायज्ञ समपन्न ,नम ऑखों से दी मॉ चण्डिका को विदाई
रूद्रप्रयाग महडगांव में आयोजित मां चण्डिका दवी की बन्याथ महायज्ञ पूर्णाहूति व ब्रह्रमडोली विर्सजन के बाद समपन्न हो गया है। बन्याथ महायज्ञ के 9 वें दिन महड़ गांव में मॉ चण्डिका के आर्शीवाद के लिए हजारों श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। पंचाग पूजन के बाद ब्रह्रमडोली जागित हुई और अपने भक्तों को आर्शीवाद देने के लिए उनके पास गई जहा भक्तों ने माता को अपने भेंट चड़ाकर सुख समृद्वि की मन्नत मांगी।
महायज्ञ की पूर्णाहुति के बाद युगपुरूष भगवान को यज्ञकुण्ड में विसजित किया गया।इसके बाद नवदुर्गा की पूजा अर्चना की गई व 24 बानी गांवों के प्रतिनिधियों को सिरि संवाद दिया गया। और एरोलों से ब्रह्रमडोली छीनी गई। इस दौरान माहौल बहुत गमगीन हो गया और सभी की ऑखों में ऑशुओं की धाराये वहने लगी। परम्परा के अनुसार एरोलों को झोपडी में ले जाया गया और उनकी पोसाखे उतारी गई और उन्हें बंधन से मुक्त किया गया। तत्तपश्यात बह्रमडोली को विर्सजित किया गया।बन्याथ का प्रसाद सीरा तमाम भक्तों को बॉटा गया।और मॉ चण्डिका देवी के फर्स को काले कपडे में लपेट कर मंदिर में रखा गया।
बन्याथ महायज्ञ के 9 वें दिन भी भण्डारे का आयोजन किया गया जिसमें हजारों भक्तों ने प्रसाद ग्रहण किया।इस दौरान एरोलों को शिव शक्ति मंदिर का प्रतीक चिन्ह भी भेंट किया गया।कार्यक्रम के दौरान ब्रह्रमगुरू हरि बल्लभ सती,प्रोफेसर डी आर पुरोहित, दिवरा यात्रा समिति के अध्यक्ष धीर सिंह बिष्ट,महामंत्री देवेन्द्र सिंह जग्गी,प्रबंधक हीरा सिंह बिष्ट,कोषाध्यक्ष जगदीश भण्डारी,मकर सिंह.दर्शन सिंह नेगी,चन्द्र प्रकाश नेगी,समाजसेवी बिक्रम सिंह नेगी.राजदर्शन सिंह नेगी,समाजसेवी प्रेमसिंह बिष्ट,सांस्कृतिक सचिव संजय नेगी समेत कई गणमान्य लोग मौजूद रहे।