हिमवंत कवि चन्द्र कुवंर बर्तवाल खादी ग्रामोद्योग एवं शरदोत्सव मेला पोखरी 15 दिसंबर से संभावित
Himwant Kavi Chandra Kuwar Bartwal Khadi Village Industries and Autumn Festival Fair Pokhri possible from 15th December
पोखरी चमोली:चन्द्रकुवंर बर्तवाल राजकीय खादीग्राम उद्योगिक विकास एवं पर्यटन शरदोत्सव मेले की बैठक पोखरी ब्लाक सभागार में विधायक बद्रीनाथ लखपत बुटोला की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई।
इस दौरान बैठक में पंहुचे अनेक गणमान्य लोगो ने मेले के आयोजन के लिए अपने अपने विचाय ब्यक्त किये ।प्रान्तीय उद्योग व्यापार मण्डल ईकाई पोखरी के अध्यक्ष बीरेन्द्र राणा का कहना था कि व्यापार मण्डल पोखरी इस साल मेले के आयोजन को नही चाहता है लेकिन बैठक में 15 दिसबंर की तिथि पर विचार हुआ है जिसका हम विरोध नही करेंगे।
वही बद्रीनाथ विधायक लखपत बुटोला का कहना है कि इस मेले को 2 अक्टूबर से आयोजित किया जाना था लेकिन निकाय मे प्रसाशक होने के कारण देर हुई है। जिलाधिकारी के साथ बैठक के बाद मेले की रूप रेखा तैयार की जायेगी व सभी लोगो के सामिलकय मेले को दिव्य व भव्य बनाया जायेगा।
मेरे की बैठक मे उप जिलाधिकारी अबरार अहमद भी मैजूद रहे। एस डीएम अबरार अहमद का कहना है जिलाधिकारी के आदेश के अनुसार मेले को आयोजित किया जायेगा।
मेले की बैठक में विभिन्न गावो के जन प्रतिनिधि भी पंहुचे वही तीसजूला ग्रामप्रधान संगठन के अध्यक्ष धीरेन्द्र राणा का कहना था कि पोखरी क्षेत्र की जनता,जनप्रतिनिधियो,अधिकारियो से अपेक्षा है कि सब मिलकर इस मेले को भव्य रूप देंगे।
गौरतलब है कि हिमवंत कवि चन्द्र कुवंर वर्तवाल के नाम से आयोजित किये जाने वाले इस मेले को बीते दो साल से राजकीय मेला घोषित किये जाने की बात हो चुकी है लेकिन अभी तक इस मेले को राजकीय मेला घोषित किये जाने पर मोहर नही लगी है। बीते साल आयोजित इस मेले मे अभी तक 10 लाख की देनदार शेष है। मेले के आयोजन पर अभी संशय बना हुआ है क्योंकि इस बीच अगर निचाय चुनावो के लिए आदर्श आचार संहिता लग जाती है तो इस साल यह मेला आयोजित होना संभव नही हो पायेगा।
बैठक के दौरान बरिष्ठ कांग्रसी नेता व पूर्व प्रधानाचार्य के एस चौधरी,भाजपा युवा नेता ललित मिश्रा,ईओ पोखरी बीना नेगी,एडवोकेट श्रवण सती,वरिष्ठ पत्रकार राजेन्द्र असवाल,यशवंत राणा,भानु प्रकाश नेगी,नीरज कण्डारी,संतोष नेगी,संदीप वर्तवाल समेत कई गांवो के ग्राम प्रधान व क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।