हिमवंत कवि चन्द्र कुंवर बर्तवाल राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय नागनाथ पोखरी ने धूमधाम से मनाया प्रेमचंद जयंती




हिमवंत कवि चन्द्र कुँवर बर्तबाल राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय नागनाथ पोखरी, चमोली में हिन्दी विभाग के तत्वाधान में प्रेमचंद जयन्ती के अवसर पर विचार संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर डॉ० नंदकिशोर चमोला (हिन्दी विभागाध्यक्ष) ने प्रेमचंद के जीवन परिचय पर विस्तारपूर्वक प्रकाश डाला। डॉ कीर्ति गिल ने प्रेमचंद के साहित्यिक अवदान पर विचार व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि प्रेमचंद ने 300 के लगभग कहानियां लिखी हैं।
जिसमें दूध का दाम, ठाकुर का कुऑ, सद्गति, कफन आदि कहानियों की संवेदना पर प्रकाश डाला। इसी क्रम में डॉ० शशि चौहान ने प्रेमचंद पर लिखे साहित्य कलम का सिपाही, प्रेमचंद घर में, कलम का मजदूर आदि की जानकारी छात्र-छात्राओं के साथ साझा की।

इस क्रम में बी०ए० प्रथम सेमेस्टर की छात्रा कु० सोनिका, कु. कली, कु आराधना, कु०सोनिका ने प्रेमचंद के जीवन परिचय पर अपने वक्तव्य प्रस्तुत किये। जिसके अन्तर्गत इनके उपन्यासों गोदान, निर्मला, गबन, आदि की कथावस्तु पर छात्रों द्वारा प्रकाश डाला गया।
महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ० संजीव कुमार जुयाल ने अपने उदबोधन में साहित्य के विकास में प्रेमचंद के योगदान पर विचार साझा करते हुए इन्होंने कहा कि प्रेमचंद एक कालजयी लेखक है जो वर्तमान समय में भी अपने लेखन की प्रासंगिकता बनाये हुए है। साथ ही इनकी कहानियों एवं उपन्यासों के पात्र सामाजिक समस्याओं व उनके समाधानों को हमारे सम्मुख प्रस्तुत करते हैं।
इस अवसर पर डॉ० कीर्ति गिल, डॉ शशि चौहान, डॉ० अंशु सिंह, डॉ० अनुपम रावत, श्री प्रदीप सहित महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापक, कर्मचारीगण एवं छात्र-छात्रा उपस्थित रहे।