OROP 2 की विसंगतियों को लेकर पूर्व सैनिक संघर्ष समिति देवभूमि उत्तराखण्ड ने बनाई ठोस रणनीति
Ex-Servicemen Sangharsh Samiti Devbhoomi Uttarakhand made concrete strategy regarding discrepancies in OROP 2
पूर्व सैनिक संघर्ष समिति देवभूमि उत्तराखण्ड के पूर्व सैनिकों ने ओ आर ओ पी 2 की विसंगतियों के विरोध में चलाए जा रहे मुहिम में देश और प्रदेश के सभी संगठनों को एक साथ आवाज उठाने का आह्वान किया और आगे इस मुहिम को सफल बनाने के लिए रणनीति बनाई।
भानिया वाला दुर्गा चौक देहरादून में पूर्व सैनिक संघर्ष समिति देवभूमि उत्तराखण्ड के सभी पूर्व सैनिक संगठनों से आए अध्यक्ष और उनके प्रतिनिधियों ने समिति के अध्यक्ष राजपाल सिंह रावत जी की अध्यक्षता में बहुचर्चित ओ आर ओ पी 2 की विसंगतियों के विरोध में चलाए जा रहे मुहिम को सफल बनाने और आगे की रणनीति पर विचार विचार-विमर्श किया।
इस बैठक की शुरुआत समिति के महासचिव कैप्टन बीरेंद्र सिंह बिष्ट जी ने की तत्पश्चात सभी अध्यक्ष महोदयों ने क्रमानुसार अपने विचार रखे। समिति के संरक्षक कैप्टन आलम सिंह भण्डारी ने कहा कि अब देश प्रदेश के सभी संगठनों को एकजुट हो जाना चाहिए।हम सैनिक पर पृष्ठ भूमि के लोग हैं जहां हमने एकता में रहकर ही फतह हासिल की है। अभी त्योहार और शादी विवाह के शुभ मुहूर्तों के कारण सभी लोग अपने कार्यों में व्यस्त थे परन्तु अब अपने इस मुहिम को तेज करने के लिए व्यापक स्तर पर कार्य किया जायेगा। हमें अब सरकारों से बात चित करनी होगी कि आख़िर में सरकारें हमारे मांग पत्रों पर क्यों ध्यान नहीं दे रही है जो वास्तव में हम पूर्व सैनिकों के लिए निराशा वाली बात अवश्य है। बैठक में निर्णय लिया गया कि हमारा संगठन किसी भी राजनीतिक दल का समर्थन नहीं करेगा। यदि कोई व्यक्ति गत् तौर पर राजनीति में भाग लेना चाहता है तो वह उसका निजी मामला होगा। साथ ही यह भी विचार रखा गया कि इस विषय हेतु यदि कोई वार्तालाप आदि का आयोजन होता है तो हम उसका भी स्वागत करते हैं। अगली कार्य कारिणी चुनाव बाबत भी विचार रखे गए जो जल्दी ही सम्पन्न होंगे।इस प्रकार संगठन द्वारा अभी तक किए गए कार्यों पर अध्यक्ष जी द्वारा धन्यवाद दिया गया।
इस बैठक में अध्यक्ष राजपालसिंह रावत, महासचिव कैप्टन बीरेंद्र सिंह बिष्ट , वरिष्ठ संरक्षक कैप्टन आलम सिंह भण्डारी, संरक्षक कैप्टन भगतसिंह राना, कोषाध्यक्ष सुबेदार एतवर सिंह, कैप्टन अशोक लिम्बु, सुबेदार मेजर जयपाल सिंह रावत , सुबेदार मेजर बादर सिंह रावत, कमांडो बलवन्त सिह रांगण , हवलदार दिगम्बर सिंह बिष्ट (सेना मैडल) , नायब सूबेदार वीर सिंह पंवार,नायब सुबेदार पूर्णा नन्द सेमवाल,नायब सूबेदार लक्ष्मण सिंह रावत आदि सभी उपस्थित थे।