गौचर मेले की पांचवीं सांस्कृतिक संध्या में जागर सम्राट डॉ. प्रीतम भरतवाण ने बिखेरा लोक कला का जादू
चमोली– 73वें राजकीय औद्योगिक विकास एवं सांस्कृतिक गौचर मेले की पाँचवीं सांस्कृतिक संध्या में जागर सम्राट डॉ. प्रीतम भरतवाण ने एक से बढ़कर एक दमदार प्रस्तुतियाँ दीं। अपनी विशिष्ट जागर शैली के लिए प्रख्यात डॉ. भरतवाण ने जब अपने चिर–परिचित अंदाज़ में जागर पेश किए तो पंडाल में मौजूद दर्शकों के रौंगटे खड़े हो गए। उनके गीतों और सुरों का जादू युवाओं के सिर चढ़कर बोला।

एतिहासिक गौचर मेले में आयोजित अब तक की सभी सांस्कृतिक संध्याओं में यह कार्यक्रम सबसे अधिक लोकप्रिय साबित हुआ। कार्यक्रम में मौजूद हजारों युवाओं, महिलाओं, बुजुर्गों सहित कई गणमान्य लोगों ने इस सांस्कृतिक शाम का भरपूर आनंद लिया।
वहीं मेले के मेलाधिकारी एवं उप जिलाधिकारी कर्णप्रयाग सोहन सिंह रांगण मेले की व्यवस्थाओं को चुस्त-दुरुस्त रखने में लगातार मुस्तैद दिखे। उन्होंने कहा कि गौचर मेले की रौनक दिन–प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। दिनभर आयोजित विभागीय संगोष्ठियों के साथ-साथ जहाँ लोग अपनी आवश्यकताओं का सामान कम दामों में खरीद रहे हैं, वहीं युवाओं को अपनी खेल प्रतिभा दिखाने का भी मंच मिल रहा है। आम जनता के मनोरंजन के लिए झूले, चरखी और मौत का कुआँ मुख्य आकर्षण बने हुए हैं। इसके अलावा सांस्कृतिक संध्याओं में बड़े कलाकार शानदार प्रस्तुतियाँ दे रहे हैं।
सांस्कृतिक संध्या के दौरान वरिष्ठ कांग्रेस नेता एवं पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत, एसपी चमोली सुरजीत सिंह पंवार, नगर पालिका अध्यक्ष कर्णप्रयाग गणेश लाल शाह, नगर पंचायत अध्यक्ष संदीप नेगी, कांग्रेस नेता मनोज नेगी, विधानसभा प्रभारी शेखर पंत, अर्जुन अर्वाड़ी, सूबेदार (से.नि.) सुरेन्द्र सिंह कनवासी, समाजसेवी व राज्य आंदोलनकारी श्रीकृष्ण भट्ट समेत अनेक गणमान्य व्यक्तियों को जिला प्रशासन द्वारा मंच पर सम्मानित किया गया।
