दो दिन बाद भी नहीं खुल पाया उडामाण्ड़ा सिमखोली मोटरमार्ग,दर्जनों गांवों के ग्रामीण परेशान
पोखरी व्लाक के दर्जनों गांवों को जोड़ने वाला उडामाण्डा सिमखोली रौता मोटर मार्ग दो दिन के बाद भी नहीं खुल पाया है। लोक निमार्ण विभाग पोखरी द्वारा जेसीपी मशीनों से मलवा साफ करने के दौरान उडामाण्डा के एक मात्र जल स्रोत छतिग्रस्त हो गया। ग्रामीणों ने पीडब्लुडी को मलवा व बोल्डर जल स्रोत में न डालने को कहा। दूसरे दिन पीडब्लुडी के अधिकारियों से वार्ता के बाद सहमति बनने पर उडामाण्ड़ा मोटर मार्ग को खोलने के लिए पीडब्लुडी की मशीनें काम कर रही थी कि इतने में सायंकाल उडामाण्डा के ही अन्य वर्ग के कुछ लोगों ने फिर से आपत्ति जाताई जिससे फिर विभाग के कार्यरत कर्मचारियों के साथ विवाद हो गया नाराज पीडब्लुडी के कर्मचारियों ने मशीन हटाकर वापस पोखरी विभाग में खड़ी कर दी। जिससे अब क्षेत्र के वाहन चालकों व आम आदमी की समस्या बड़ गई।
वहीं उप-जिलाधिकारी संतोष कुमार पांण्डे ने हिमवंत प्रदेश न्यूज की वार्ता के दौरान संबधित विभाग से इस मार्ग को जल्द खोलने का आदेश दिया है। उन्होंने कहा कि, विवाद कर रहे ग्रामीणों की समस्या को भी सुना जायेगा। लेकिन जनहित में सबसे पहले यह मोटर मार्ग सुचारू किया जायेगा।
गौरतलब है कि, बीते दिनों भारी बारिश के कारण उडामाण्डा धार में प्रतिक्षालय के पास चट्टान खिसकने से भारी बोल्डर व मालवा पोखरी कर्णप्रयाग मोटरमार्ग व उडामाण्ड़ा सिमखोली मोटरमार्ग गिर गये थे। लोक निमार्ण विभाग पोखरी की टीम मलवा साफ करने के लिए घटना स्थल पर पंहुची लेकिन मलवा सड़क से नीचे गिराये जाने पर उडामाण्डा के ग्रामीणों की पेयजल लाइन छतिग्रस्त हो गई व लगभग 40 परिवार पेयजल से वंचित हो गये जिससे ग्रामीणों ने विभाग से शिकायत की। विभाग से वार्ता के बाद सहमति बनने पर दूसरे दिन पोखरी कर्णप्रयाग मोटर मार्ग सायंकाल तक सुचारू हो पाया लेकिन उडामाण्डा सिमखोली मोटर मार्ग पर जैसे ही मशीन मलवा हटाने लगी सायंकाल फिर से उडामाण्डा के अलग वर्ग के लोगों ने काम रूकवा दिया जिससे नाराज विभाग के कर्मचारियों ने काम बंदकर वापस पोखरी चले गये। अब सड़क मार्ग के दो दिन से बंद होने के कारण क्षेत्रीय जनता में भारी आक्रोष फैल गया है।