December 4, 2024

क्षेत्रवासियों ने छावनी परिषद के अन्तर्गत बने संस्थानों व प्रतिष्ठानों को निगम व निकायों में सम्मिलत करने की लगाई गुहार

The residents of the area appealed to the Cantonment Council to include the institutions and establishments built here in the corporations and bodies.

 

छावनी परिषद क्लेमेनटाउन देहरादून क्षेत्र  के अन्तर्गत निवास करनें वाले पूर्व सैनिकों ने मध्य कमान जनरल आफिसर कमांडिंग से क्षेत्र में अवरुद्ध पढ़ें विकास कार्यों की सुध लेने की पूर्व में गुहार लगाई गई थी। जिसमें यह अवगत कराया गया था कि इस क्षेत्र  के निवासी निगम या निकाय में सम्मिलित किए जायेंगे तो यहां पर बने संस्थान और प्रतिष्ठान भी इनके साथ ही निगम और निकायों में सम्मिलित किया जाय।

कैप्टन आलम सिंह भण्डारी (छावनी परिषद क्षेत्र  निवासी) ने पत्र लिखकर अवगत कराया कि बीते मार्च 2020 से छावनी परिषद की निवर्तमान कार्य कारिणी का कार्य काल समाप्त हो गया था जहां पर 07 सभासद थे।अब वहां पर एक ही मनोनीत सभासद नियुक्त किया गया है। पिछली बार चुनाव की प्रक्रिया का प्रपत्र भी निकाला गया था और अन्तिम समय में निरस्तीकरण पत्र भी जारी कर दिया गया जिससे क्षेत्र में  विकास के कार्य सब ठप्प पड़ गये। काफी मशक्कत करनें के बाद भी लोगों की समस्यायों का समाधान नहीं हो पा रहा है। यदि किसी क्षेत्र  में सड़कों पर थोड़ा बहुत मरोमत्त का कार्य हो रहा है तो उसे सड़क उदघाटन की संज्ञा दी जा रही है। छावनी परिषद में शिक़ायत ले जाने पर छावनी परिषद भंग का राग ही गाया जाता है अब यहां पर बसने वाले निवासियों में आक्रोश है कि आखिर में हमारे साथ इस प्रकार दोयम दर्जे का नागरिक जैसा व्यवहार क्यों किया जा रहा है।

जैसे आपको ज्ञात है कि छावनी परिषद क्षेत्रों के अन्तर्गत पूर्व सैनिक और सैनिक पृष्ठ भूमि के लोग अपने आदतानुसार छावनी परिषद की सुन्दर व्यवस्था का स्वप्ना देखकर यहीं पर बसना उचित समझते हैं। परन्तु बसने के बाद अब अपने को अवश्य कोसते हैं।
इसके साथ ही छावनी परिषद क्षेत्र  में यहां पर बसने वाले नागरिकों के लिए सामुदायिक भवन ,झील का पार्किंग प्लाजा और झील के समीप क्रीड़ा क्षेत्र  आदि बनें हैं। अभी जैसे कयास लगाए जा रहे हैं कि छावनी क्षेत्र  नगर निगम या निकायों में सम्मिलित किया जायेगा तो यहां की जनता इन उपरोक्त संस्थानों और प्रतिष्ठानों को भी इनके साथ विलय करने की गुहार लगा रहे हैं। उम्मीद है कि जनता की जनभावनाओं का ध्यान रखते हुए उपरोक्त प्रतिष्ठान और संस्थान क्षेत्रीय जनता के साथ इन्हीं निगम और निकायों को भी इसमें विलय कर देगी।

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