पिण्डर नदी से के चैनलाईजेशन का जल्द उठेगा मलबा-डीएम चमोली



चमोली जनपद के दूरस्त विकासखण्ड थराली मुख्य बाजार के लिए परेशानी का कारण बनी पिण्डर नदी को जिला प्रसाशन द्वारा सिचाई विभाग के माध्यम से चौनलाईज करने का कार्य लगातार जारी है। पिण्डर नदी को थराली में 1250 मीटर तक चौनलाईज किया गया है। लेकिन यहां के स्थानीय निवासियो पिण्डर नदी के चौनलाईजसन से असंतुष्ठ नजर आ रहे है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि सिर्फ चौनलाईजसेन से समस्या का समाधान नहीं होगा जब तक नदी से निकले मलवे का चुगान नहीं होता। क्योकि बीते समय में भी नदी का चौनलाइजेशन हुआ था लेकिन मलवे का नदी से न निकाले जाने पर स्थिति वही की वही बनी हुई है।


थराली में पिण्डर नदी के बरासात के समय में उफान से हर साल करोड़ो टन मलवा भर जाता है।जिसका मुख्य कारण पास की प्राणमती नदी है। जिससे यहां पर आये दिन बाजार में बाड़ से भारी नुकसान होता है। इस बात को मध्य नजर रखते हुऐ शासन व प्रशासन भी अलर्ट मोड़ पर दिखाई दिया है। वही जिलाधिकारी चमोली डॉ संदीप तिवारी का कहना है कि पिण्डर नदी में 1250 मीटर का चौनलाईजेसन सिचाई विभाग ने किया है। संबधित विभाग को नदी से मलवा हटाने के लिए टेंण्डर प्रक्रिया
आपको बता दें कि थराली में प्राणमती नदी में बीते साल आये भारी मलवे के कारण पिण्डर नदी का मुहाना पतला हो गया था जिसके कारण थराली मुख्य बाजार के पीछे भारी मलवा जमा हो गया। इस मलवे के कारण नदी का बहाव थराली बाजार आवासीय परिसर की ओर आने से यहां लोगांे को भारी खतरा पैदा हो गया था खतरे की जद के कारण यहां के लोग भय के साये में जी रहे थे। जिसका अब जल्द समाधान हो जायेगा।