शिक्षक विद्यालय में अपना शत प्रतिशत योगदान दें :आकाश सारस्वत।
Teachers should contribute their 100 percent in the school: Akash Saraswat.
राष्ट्र का निर्माण शिक्षकों के हाथ में होता है , शिक्षक स्वयं मोमबत्ती की तरह जलता है लेकिन पूरी सृष्टि को प्रकाशवान करता है, शिक्षक को शिक्षा में अपना शत प्रतिशत योगदान देना चाहिए , यह बात जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के प्राचार्य आकाश सारस्वत ने पांच दिवसीय राजनीति विज्ञान एवं जीव विज्ञान के सेवारत प्रशिक्षण के समापन अवसर पर कही
जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान गौचर (चमोली )में पांच दिवसीय सेवारत प्रवक्ता प्रशिक्षण जीव विज्ञान एवं राजनीति विज्ञान विषय का समापन हो गया है ।
प्रशिक्षण में चमोली जनपद के जीव विज्ञान एवं राजनीति विज्ञान विषय के शासकीय एवं अशासकीय विद्यालय में कार्यरत 63 प्रवक्ताओं द्वारा प्रतिभाग किया गया गया ।
समग्र शिक्षा के अंतर्गत प्रदेश में पहली बार इतिहास , हिंदी , जीव विज्ञान एवं राजनीति विज्ञान विषयों के प्रवक्ताओं को पांच दिवसीय प्रशिक्षण दिया जा रहा है, इस कड़ी में प्रथम तीन दिन सामान्य शैक्षिक विषयों राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020, मार्गदर्शन एवं परामर्श , राज्य में वर्तमान में सरकार द्वारा प्रदत् विभिन्न छात्रवृतियां, स्वजागरूकता का विकास , 21वीं सदी के कौशल, जेंडर संवेदनशीलता , सूचना प्रौद्योगिकी एवं साइबर सुरक्षा , कार्यस्थल पर आचरण सिद्धांत, राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के आलोक में गुणवत्तापरक शिक्षा, कार्यस्थल पर तनाव प्रबंधन विषय पर विस्तारपूर्वक चर्चा परिचर्चा हुई तथा दो दिन प्रशिक्षण आवश्यकता विश्लेषण विषय आधारित प्रशिक्षण हुआ ।
कार्यक्रम के समापन सत्र को संबोधित करते हुए प्रशिक्षण कार्यक्रम के समन्वयक प्रदीप चंद्र नौटियाल ने कहा कि प्रशिक्षण का उद्देश्य शिक्षकों को आज की आवश्यकता के अनुरूप बनाना और उनका बहुमुखी विकास करना है , इसी के तहत उन्हें वर्तमान जरूरतों के मुताबिक प्रशिक्षण दिया जा रहा है ।
समन्वयक प्रदीप चंद्र नौटियाल ने बताया कि प्रथम चरण में 6 से 10 दिसंबर तक हिंदी एवं इतिहास विषय के समस्त प्रवक्ताओं को प्रशिक्षण दिया गया और द्वितीय चरण में राजनीति विज्ञान एवं जीव विज्ञान के सेवारत प्रवक्ताओं को प्रशिक्षण दिया गया ।
प्रशिक्षण में संदर्भदाता के तौर पर डॉक्टर कमलेश कुमार मिश्र, हरेंद्र सिंह बिष्ट , कुलदीप सिंह, प्रदीप कुमार ,डॉक्टर बृजमोहन रावत , धन सिंह घरिया एवं जया चौधरी ने योगदान किया ।
कार्यक्रम के समापन सत्र का संचालन संस्थान के प्रवक्ता डॉक्टर कमलेश कुमार मिश्र द्वारा किया गया l समापन सत्र में संस्थान के वरिष्ठ प्रवक्ता डॉक्टर गजपाल राज , राजकिशोर नेगी, योगेंद्र सिंह बर्त्वाल, गिरीश चंद्र डिमरी, मनोज धपवाल , डॉक्टर नरेश ड्यूढी, गरिमा रतूड़ी, स्मृता पुरोहित, भावना शर्मा, डॉक्टर गंगा सिंह नेगी, पार सिंह बिष्ट, अरविंद नेगी, महेन्द्र आर्य, जसवंत रावत, भवान रावत, अंजना नेगी, जवाहर मुकेश, धर्मेंद्र सिंह नेगी मौजूद रहे ।