राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में श्रीदेव सुमन को बलिदान दिवस पर किया याद
हिमवन्त कवि चंद्रकुंवर बर्त्वाल राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय पोखरी में अमर शहीद श्रीदेव सुमन के बलिदान दिवस उन्हें विनम्र श्रद्वांजलि दी गई। प्रभारी प्राचार्य डॉ संजीव कुमार जुयाल और ने श्रीदेव सुमन के जन्म स्थल से लेकर संघर्ष और बलिदान के बारे में विस्तार से चर्चा की। उन्होनें ने कहा कि श्रीदेव सुमन ने कहा था कि तुम मुझे तोड़ सकते है,पर मरोड़ नहीं सकते। उन्होनें अपना बलिदान आजादी के सर्धष के लिए दिया।
डॉ रामानंद उनियाल और डॉ राजेश भट्ट ने छात्र छात्राओं को टिहरी रियासत के बारे में जानकारी देते हुए कहा श्रीदेव सुमन के व्यक्तित्व में कई महापुरुषों की झलक थी। वे बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे। रियासत के खिलाफ श्रीदेव सुमन के विरोध में यदि भगत सिंह का जूनून नजर आता था, तो दूसरी ओर वे महात्मा गाँधी के विचारों से भी प्रभावित थे। सुमन एक श्रेष्ठ लेखक और साहित्यकार भी थे सुमन सौरभ’ नाम से अपनी कविताएँ भी प्रकाशित करवाईं। इसी दौरान वे पत्रकारिता के क्षेत्र में भी सक्रिय रहे।कार्यक्रम के अंत में श्रीदेव सुमन के बलिदान दिवस पर महाविद्यालय परिसर में फलदार पौधों का रोपण किया गया ।
इस अवसर पर डॉ नंद किशोर चमोला डॉ ,वर्षा सिंह, डॉ अंजली, डॉ अभम कुमार श्रीवास्तव,डॉ शशि चौहान,डॉ आरती रावत, डॉ चन्द्रसुत हरिओम, डॉ आयुष बर्त्वाल, डॉ प्रेम सिंह राणा, डॉ प्रवीण मैठाणी, डॉ सुनीता मेहता, डॉ राजेश भट्ट, विक्रम सिंह कंडारी विजय कुमार विजय पाल सहित तमाम प्राध्यापक मौजूद थे।