दुखद: नही रहे युवाओं के प्रेरणाश्रोत,कुसल उद्यमी गोविन्द सिंह राणा
नही रहे युवाओं के प्रेरणाश्रोत कुसल उद्यमी गोविन्द सिंह राणा
चमोली/बैरागनाः युवाओं में स्वरोजगार की प्ररेणा जगाने वाले कुसल उद्यमी, वरिष्ठ समाजसेवी व पूर्व अध्यापक गोविन्द सिंह राणा का 85 वर्ष की आयु में अपने पैत्रिक निवास बैरागना गांव में आकस्मिक मृत्यु हो गयी है। श्री राणा बीते कई वर्षो से अस्वस्थ चल रहे थे। उनके आस्मिक मृत्यु पर पूरे दशोली क्षेत्र में शोक की लहर फैल गई है।
पेशे से अध्यापक गोविन्द सिंह राणा का बागवानी,मत्स्य पालन,मौन पालन,रेशम कीट पालन आदि में विशेष रूचि थी। खाली समय में वह अपने व्यवसाय पर विशेष ध्यान देते थे। जिससे समय के अनुसार वह उपरोक्त व्यवसायों में अनुभवी बनते गये।उनकी प्रेरणा से आज क्षेत्र में अनेक बेरोजगार स्वरोजगार अपना कर अपना बेहतर जीवन गुजार रहे है। अपनी मेहनत के बल पर वह चमोली जनपद के सबसे बडे़ ट्राउड मछली उत्पाद के रूप में जाने जाते थे।साथ ही घराट को आधुनिक तरीके से चलाने की तकनीकी का श्रेय उन्हीं को जाता है।जल संरक्षण के लिए उनकी गोमुख से लेकर दिल्ली की यात्रा बहुत ही प्रेरक रही है।
श्री राणा जी के देश व प्रदेश की अद्भूत जानकरी के भण्डार थे। मेरी अभी तक की पत्रकारिता में सबसे ज्यादा प्रभावित करने वाले व्यक्तियों में से वह एक है। आध्यात्मिक प्रवृति के राणा जी अपने जीवन के अन्तिम छणों तक प्रसिद्व धर्मिक पुस्तक कल्याण का अध्ययन करते रहे। और हमेशा से सभी लोगों को अच्छे कर्म करने की सीख देते थे। रिस्ते में ससुर होने के बावजूद हमसे इतना प्रेम था कि मुझे वह मित्रवर कहकर पुकरते थे। नेटवर्क 10 न्यूज चैनल व एपीएन न्यूज चैनल में कार्यरत के दौरान मैने उनका कई बार इन्टरव्यूह किया। स्वरोजगार व आध्यात्म पर वह हमेशा इतनी वेबाकी से जबाव देते कि मैं दंग रह जाता।
मृदुभाषी व सरल स्वभाव के धनी श्री गोविन्द सिंह राणा भले ही अब शरीर से इस दुनियां में न हो लेकिन उनका मार्गदर्शन,प्रेरक विचार आर्शीवाद हमारे साथ रहेगा। हिमवंत प्रदेश न्यूज इस महान आत्मा को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता है और भगवान से प्रार्थना करता है कि उन्हें अपने चरणों में स्थान दें व परिजनों को इस असहनीय पीड़ा को सहने की शक्ति प्रदान करें।