रामेश्वरम मंदिर बड़मा में शिव महापुराण कथा का पूर्णाहुति कथा विराम,भावुक हुई मात्रशक्ति
रूद्रप्रयाग: बड़मा पट्टी में आयोजित 11 दिवसीय शिव महापुराण कथा का पूर्णाहुति के साथ समापन्न हो गया है। कथा समापन्न पर कथा व्यास पण्डित द्वारिका प्रसाद गौड़ ने कहा कि भगवान शिव इतने सरल देवता हैं कि मात्र एक कलश जल चढ़ाने से ही प्रसन्न हो जाते है। भगवान शिव का जलाभिषेक करने वाला कभी भी दरिद्र नहीं होता है। उन्होंने कहा कि धर्मिक अनुष्ठानों से जन कल्याण होता है। समाज व धर्म को मजबूती मिलती है।
वहीं मंदिर के महंत रामेश्वर गिरी जी ने भब्य धर्मिक अनुष्ठान के आयोजन पर समस्त क्षेत्रीय जनता का आभार व्यक्त किया।
बडमा- विगत ग्यारह दिनों से चल रहे बड़मा पट्टी के शिवमहापुराण कथा आयोजन के आज अन्तिम दिवस पे व्यास पीठ पे विराजमान व्यास पण्डित द्वारिका प्रसाद गौड ने शिवमहापुराण प्रवचन में कहा कि शिव एक ऐसे देव हैं जिनको मात्र एक जलेरी जल से ही भक्त की भक्ति पसंद आ जाती है इसलिए उन्हें भोलेनाथ और देवों के देव महादेव कहा जाता है !प्रवचन के दौरान व्यास भगवान पण्डित द्वारिका प्रसाद गौड जी ने कहा कि सनातन धर्म की ताकत हैं धार्मिक अनुष्ठान, ऐसे अनुष्ठान से जनता की तकलीफें तो समाप्त होती ही हैं मगर समाज की अपने धर्म को मजबूती देने का अवसर भी मिलता है।
समाजसेवी कालीचरण ने कहा कि हम आपदा के बाद निराश व हतास थे क्योकि रामेश्वरम मंदिर परिसर को छति पंहुची थी। लेकिन क्षेत्रीय जनता की एकता से मंदिर का जीर्णोद्वार हो पाया है।जिससे लगातार पांच वर्षो से शिव महापुराण के आयोजन को सफलता मिल रही है।
शिव महापुरण के पूर्णाहूति के बाद विशाल भण्डारे का भी आयोजन किया गया। व कथा व्यास को सम्मान सहित विदा किया गया। इस दौरान बेदपाठी ब्राहमण समाज समेत क्षेत्र के महिला मंगलदल,युवक मंगल दल समेत अनेक गणमान्य लोग मौजूद रहे।