अंतर्राष्ट्रीय हिम तेंदुआ दिवस पर जन जागरूकता रैली आयोजित।




चमोली: अंतर्राष्ट्रीय हिम तेंदुआ दिवस के अवसर पर केदारनाथ वन्यजीव प्रभाग द्वारा गोपेश्वर मुख्यालय में अलकनंदा भूमि संरक्षण वन प्रभाग के साथ मिलकर जन-जागरूकता रैली का आयोजन किया गया। इस रैली में वन विभाग के अधिकारी कर्मचारी, स्कूली छात्र-छात्राएं, ईडीसी (EDC) सदस्य एवं स्थानीय नागरिकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
कार्यक्रम में केदारनाथ वन्यजीव प्रभाग के प्रभागीय वनाधिकारी सर्वेश कुमार एवं उप प्रभागीय वनाधिकारी मोहन सिंह मुख्य रूप से उपस्थित रहे। इस अवसर पर प्रभागीय वनाधिकारी सर्वेश कुमार ने प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए हिम तेंदुए के महत्व और इसके संरक्षण की आवश्यकता पर विस्तार से जानकारी दी।उन्होंने बताया कि हिम तेंदुआ हिमालयी पारिस्थितिकी तंत्र का एक प्रमुख हिस्सा है तथा भारत सरकार ने इसे फ्लैगशिप स्पेसीज घोषित किया है, जिससे हिम तेंदुए के साथ-साथ संपूर्ण हिमालयी पारिस्थितिकी को भी विशेष संरक्षण प्राप्त होता है।उन्होंने बताया कि वर्तमान में देश में हिम तेंदुओं की संख्या 718 है, जबकि उत्तराखंड 124 हिम तेंदुओं के साथ देश में द्वितीय स्थान पर है। वर्ष 2019 की गणना के अनुसार नंदा देवी राष्ट्रीय उद्यान में 33 हिम तेंदुए पाए गए थे। इसी प्रकार केदारनाथ वन्यजीव प्रभाग में भी पहली बार कैमरा ट्रैप में हिम तेंदुए की उपस्थिति दर्ज की गई है।

उप प्रभागीय वनाधिकारी मोहन सिंह ने बताया कि वर्तमान में केदारनाथ वन्यजीव प्रभाग द्वारा डब्लूडब्लूएफ एवं एनसीएफ के साथ एमओयू के अंतर्गत पूरे संरक्षित क्षेत्र में कैमरा ट्रैप स्थापित किए गए हैं। प्राप्त आंकड़ों के अनुसार अब तक चार स्थानों पर हिम तेंदुओं की उपस्थिति दर्ज की जा चुकी है। वन्यजीव गणना की यह प्रक्रिया वर्तमान में जारी है, जिसके पूर्ण होने के बाद प्रभाग में हिम तेंदुओं की वास्तविक संख्या का आकलन किया जाएगा। उन्होंने कहा वन विभाग के विशेषज्ञों का मानना है कि केदारनाथ वन्यजीव प्रभाग में हिम तेंदुओं की संख्या नंदा देवी राष्ट्रीय उद्यान के लगभग बराबर हो सकती है।कार्यक्रम के अंत में अधिकारियों द्वारा प्रतिभागियों को वन्यजीव संरक्षण की शपथ दिलाई गई एवं हिम तेंदुए सहित सभी वन्यजीवों के संरक्षण हेतु जनसहभागिता बढ़ाने का आह्वान किया गया।