अब 2013 केदारनाथ आपदा में लापता लोगों के नर कंकाल की होगी सघन खोजबीन, 10 टीमें गठित
साल 2013 की केदारनाथ आपदा के दौरान लापता हुए लोगों के मृत शरीर और नर कंकाल खोजे जाने को सघन खोजबीन अभियान चलाया जाएगा। जिसमें एसडीआरएफ, पुलिस और फोरेंसिक लैब सहित कुल 60 कर्मियों की टीम गठित की गयी। मंगलवार को सभी टीम सर्च रुट पर निकल चुके हैं। साथ ही आपदा में लापता लोगों के मृत शरीर और नर कंकालों की ढूंढ खोज को टीमें गठित कर सर्च अभियान चलाया जा रहा है। नर कंकालों के मिलने पर इनका विधिवत डीएनए सैम्पल लेने के उपरान्त सम्बन्धित धर्म के रीति-रिवाज के अनुसार उनका अन्तिम संस्कार किया जाएगा।
वहीं खोजबीन किये जाने के लिए जनपद स्तर पर 10 टीमें गठित की गयी हैं, जिनके लिए अलग-अलग मार्ग निर्धारित किये गये हैं। इसके साथ ही प्रत्येक टीम को पर्याप्त मात्रा में आवश्यक सुरक्षा उपकरण, संचार हेतु वायरलेस सेट, फोटो- वीडियोग्राफी के लिए कैमरे उपलब्ध कराये गये हैं। वहीं टीम के सहयोग के लिए स्थानीय स्तर पर मार्गदर्शक और पोर्टरों की पर्याप्त व्यवस्था भी की गयी है।
इन स्थानों पर चलाया जाएगा सर्च अभियान
केदारनाथ में सर्च अभियान के तहत केदारनाथ से वासुकिताल, गौरीकुण्ड से केदारनाथ एवं वर्तमान में उपयोग में लाये जा रहे मार्ग के आस-पास का क्षेत्र, कालीमठ से चैमासी होते हए रामबाड़ा टीम ढूंढ खोज करेंगी। साथ ही रामबाड़ा का ऊपरी क्षेत्र, जंगलचट्टी का ऊपरी क्षेत्र, केदारनाथ बेस कैम्प का ऊपरी क्षेत्र, केदारनाथ मन्दिर के आसपास का क्षेत्र, गौरीकुण्ड से गोऊंमुखड़ा, केदारनाथ से चैराबाड़ी एवं आसपास का क्षेत्र, त्रियुगीनारायण से गरूड़चट्टी होते हुए केदारनाथ, गौरीकुण्ड से मुनकटिया का ऊपरी क्षेत्र होते हुए सोनप्रयाग तक सर्च अभियान चलाया जाएगा।
वर्जन
विगत वर्षों की भांति इस वर्ष भी केदारनाथ त्रासदी में लापता लोगों के नरकंकालों की ढूँढखोज अभियान चलाया जा रहा है। इसमें केदारनाथ से विभिन्न रुट पर नर कंकालों की खोज की जाएगी। इस वर्ष भी सर्च अभियान के लिए 10 टीमों का गठन किया गया है।