लापरवाहीःजिला चिकित्सालय गोपेश्वर में 6 माह से शुरू नही हो पाई CT scan मशीन,जनता में आक्रोश



























चमोली (गोपेश्वर)ः भले ही राज्य सरकार सूबे के पर्वतीय जनपदों में बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं का दावा कर रही हो लेकिन हकीकत किसी से छुपी नहीं है। पर्वतीय जनपदों के पीएचसी सीएचसी के अलावा जिला अस्पताल सिर्फ रेफर सेंटर बने हुए है। विकट भूगोल व विषम परिस्थयिों के बावजूद यहां के जिला अस्पतालों में न तो बेहतर चिकित्सकों की टीम है और न आघुनिक चिकित्सा उपकरण। ताजा मामला नरेन्द्र सिंह भण्डारी स्मारक राजकीय जिला चिकित्सालय गोपेश्वर चमोली का है जहां बीते छ माह से सीटी स्क्रीन मशीन चालू नहीं हो पाई है। जिससे जनपद के मरीजों को सीटी स्केन के लिए श्रीनगर मेडिकल कॉलेज के बेस अस्पताल जाना पड़ता है।



वही सीटी स्केन मशीन के चालू होने में विलंब को लेकर पाषर्द ने डिप्टी सीएमएस को ज्ञापन सौपा। नवल भट्ट का कहना है कि बीते 6 माह से अधिक समय से जिला चिकित्सालय गोपेश्वर में सीटी स्कीन मशीन चालू नहीं हो पा रही है जिससे क्षेत्रीय जनता को अपने इलाज के लिए भटकना पड रहा है। जल्द यह सीटी मशीन चालू नहीं हुई तो उग्र आन्दोल किया जायेगा।
वही कार्यवाहक प्रमुख चिकित्सा अधिक्षक का कहना कि सीटी स्कीन मशीन को 15 दिन के अर्न्तगत शुरू कर दिया जायेगा। जिससे मरीजों को परेशानी न झेलनी पड़े।
आपको बता दें कि वर्तमान समय में चार धाम यात्रा के लिए चमोली जनपद के बद्रीनाथ धाम व हेमकुण्ड साहिब में प्रत्येक दिन हजारों श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ रहा है। चारधाम यात्रा मार्ग पर यदि कोई दुर्धटना हो जाती है तो मरीजों के लिए मुशीबत हो सकती है। क्योकि दुर्धटना में अक्सर सिर पर चोट लग जाती है जिसकी गंभीरता को सीटी स्कीन के माध्यम से पता लगाया जा सकता है। लेकिन शासन व प्रसाशन को इस बात का शायद काई फर्क नहीं पड़ता। अब देखने वाली बात यह होगी कि इस लापवाही पर बढ़ते जनाक्रोश को जिम्मेदार लोग कितना जल्दी ठीक कर पाते है।
