एचएनबी गढ़वाल विश्वविद्यालय के ग्रामीण प्रौद्योगिकी विभाग में 4 दिवसीय मसरूम खेती एंव बीज उत्पादन कौशल निर्माण प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ



























श्रीनगरःहेमवती नंदन बहुगुण गढ़वाल विश्वविद्यालय के ग्रामीण प्रौद्योगिकी विभाग के द्वारा 3 अक्टूबर से 6 दिवसीय मशरूम की खेती एवं स्पॉन (बीज) उत्पादन कौशल एवं क्षमता निर्माण प्रशिक्षण व उदघाटन मशरूम लैब के उदघाटन के साथ मुख्य अतिथि प्रो० एन.एस पंवार वित्र अधिकारी हे० न० व. ग.वि.वि संकाय आध्यक्ष, पृथ्वी विज्ञान प्रो० एन एस नैनवाल एव प्रशिक्षण कार्यक्रम के संयोजक विभागाध्यक्ष ग्रामीण प्रौद्योगिकी विभाग प्रो० आर० एस नेगी के द्वारा किया गया। मुख्य अथिति प्रो० एन एस पंवार ने गर्मीण प्रौधियोगिकी विभाग द्वारा किये गये प्रयासों की।
उन्होंने कहा कि मशरूम प्रशिक्षण कार्यक्रम में देश के विभिन्न प्रदेशो से आये मशरूम एंटेरपरेनूर , शोध छात्र एव विभिन्न विश्वविद्यायलयों के छात्र, छात्राओ समेत कुल 45 प्रतिभागियों के द्वारा प्रतिभाग किया गया।
कार्यक्रम के संयोजक प्रो. प्रो० आर० एस नेगी द्वारा कार्यक्रम की रूप रेखा एवम प्रशिक्षण कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य युवाओं और उद्यमिता के क्षेत्र में स्पॉन उत्पादन एवं मुशरूम उत्पादन मे कृषि आमदनी मे बढ़ोतरी, तथा मुसहूम द्वारा बनाए जा रहे अन्य मूल्य वर्धक उत्पादों जेसे मुशरूम शुप, बड़ी, मुशरूम पाउडर, और मुशरूम बिस्किट के बारे मे जानकारी दी।
प्रो० एन सी नैनवान ने कहा कि पहाडी क्षेत्र के किसानो, छात्रो और युवाओं के लिए इस प्रकार के प्रशिक्षण कार्यक्रम नियमित रूप से कराने को बढ़ावा दिया जाना चाहिये।
प्रो० एन सी नैनवाल द्वारा पहाडी क्षेत्र के किसानो, हाम्रो और युवाओ के लिए इस प्रकार के प्रशीक्षण कार्यक्रम नियमीत रूप से कराने को बढ़ावा दिया जाना चाहिये. इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य मशरूम की खेती और स्पॉन उत्पादन के क्षेत्र में ज्ञान और कौशल को बढ़ावा देना हैं । यहाँ पर प्रमुख विशेषज्ञों ने मशरूम के विभिन्न प्रकारों के उत्पादन, प्रबंधन, और विपरण के बारे में अपने अनुभव और विचार साझा किया।
प्रथम दिवस के द्वितीय सत्र मे नितेश रावत द्वारा स्पॉन पर्डक्शन के लिए गेहू को उबलने की प्रक्रिया तथा उसके महत्वों के बारे मे बताया और सभी प्रीतिभागियों द्वारा स्पॉन लैब मे परियोगात्मक गतिविधि के द्वारा अनुभव किया।;
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि प्रोफेसर एन.एस पंवार और मान्ययत अतिथि प्रोफेसर एन.सी नैनवाल, मुख्या प्रशिक्षण संवाहक प्रोफेसर आर.एस नेगी, प्रशिक्षण कर्ता डॉ. संतोष सिंह, प्रोफेसर डी. एस चौहान, प्रोफेसर मुनेश कुमार, प्रोफेसर जे.एस बुटोला, प्रोफेसर डी.के. राणा, प्रोफेसर वी.के पुरोहित जैसे प्रमुख विशेषज्ञों व्यक्तियों एवं कार्यक्रम के सह सायोजक डॉ संतोष सिंह, तथा ग्रामीण प्रौद्योगिकी विभाग के शोध छात्र नितेश रावत, अंकित सती, प्रतिभा रावत व नवदीप सिंह मौजूद रहे।



