नवाचार शिक्षा का केन्द्र बिन्दु बना राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय बैनोली,शिक्षकों का अथक प्रयास ला रहा रंग।



बैनोली कर्णप्रयाग:उत्तराखण्ड के पर्वतीय जनपदों में गुणवक्ता पूर्ण शिक्षा व उचित शैक्षिक माहौल की कमी पलायन के एक मुख्य कारणों में से एक है। लेकिन सूबे के कई ऐसे सरकारी विद्यालय है जहां अध्यापकों के अथक प्रयासों से सरकारी स्कूल शहरों के निजी स्कूलों को पछाड़ रहे है। इन्हीं खास सरकारी विद्यालयों में से एक है कर्णप्रयाग विकासखण्ड के दूरस्त क्षेत्र ग्राम पंचायत बैनौली का राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय बैनौली। जो अपनी खास शैक्षिक गतिविधियों के कारण पूरे जनपद में सुर्खियों में बना हुआ है। जिसमें वर्ष भर का रोस्टर शैक्षिक सत्र के शुरवात में ही बनाया जाता है,और उसी के अनुसार शैक्षिक गतिविधियां संचालित की जाती है।
वही राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय बैनोली के प्रधानाध्यापक सुरेन्द्र सिंह चौहान का कहना है कि ंइस विद्यालय को चार सामजसेवी संस्थाओं का सहयोग प्राप्त हैं जो समय समय पर यहां के बच्चों के लिए विभिन्न प्रकार सहायता प्रदान करते है। यहां पर नवाचार शिक्षा के साथ साथ बच्चों के लिए कम्प्यूटर की शिक्षा अलग से दी जाती है। जिसके लिए एसएमसी के माध्यम से एक अध्यापिका को रखा गया है। वही गरीब बच्चों को किताब कापी व अन्य जरूरत का सामन अध्यापक खुद के खर्चे से देते है।


बइस विद्यालय के बच्चों के भविष्य को संवारने में सबसे ज्यादा भूमिका अध्यापक विकास कोठियाल की है। जिनके द्वारा इस क्षेत्र के 6 से लेकर 12 तक के बच्चों 5 माह तक अतिरिक्त कक्षाये संचालित की जाती है। साथ ही स्कूली बच्चों में छात्रवृति,खेलकूद प्रतियोगिताये, आदि के लिए प्रेरित किया जाता है। हर साल यहां के विद्याथी,शिक्षकों के खर्चे पर शैक्षिक भ्रमण पर जाते है जिससे उन्हें व्यवहारिक ज्ञान की प्राप्त होती है। यहां के होनहार छात्र छात्राओं का हर साल मुख्यमंत्री उद्यीमान योजना के लिए भी होता है।
वही अध्यापक विकास कोठियाल का कहना है कि प्रयास हर कोई करता है कि बच्चों के भविष्य सुनहरा हो लेकिन हम परिणाम भी चाहते है। बीते समय की मेहनत का अब धीरे धीरे असर दिखने लगा है। जो आजादी के 75 सालांे में यहां नहीं हुआ उसकी बयार अब बह चुकी है।
बाइट-विकास कोठियाल,अध्यापक
शिक्षकों के अथक प्रयासों से यहां के छात्र छात्राऐ आत्मविश्वास से भरे दिखे,विद्याथियों में नवाचार शिक्षा के लिए स्मार्ट टीबी को विद्यालय में लगया गया है जिसका भरपूर फायदा स्कूली बच्चों को मिल रहा है।विद्याथियों का कहना है कि हमारे स्कूल में यदि किसी को पढाई समझ में नही आती तो उसे चित्रों के माध्यम से समझाया जाता है। साथ ही विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाये भी आयोजित की जाती है।
राजकीय जूनियर हाई स्कूल बैनौली के शिक्षकों के द्वारा स्कूली बच्चों के भविष्य को संवारने के कार्य की सराहना मुख्य शिक्षा अधिकारी चमोली धर्मसिंह रावत द्वारा की गई है। मुख्य शिक्षाधिकारी चमोली ने इस नेक कार्य के लिए प्रधानाध्यापक व अध्यापकों को बधाई व शुभाकामनाये दी है।

