खुशखबरीःउप-जिला चिकित्सालय कर्णप्रयाग में पहली बार कान के पर्दे का सफल ऑपरेशन
– भानु प्रकाश नेगी,
–दूरबीन विधि से पहली बार शुरू हुई ईएनटी सर्जरी
-क्षेत्र के लोगो को मिल रही है नजदीकी अस्पताल में जनरल सर्जरी,ऑर्थोपेडिक व गायनी की सुविधाए
-जनपद में 20 हजार से अधिक यात्रियों की हो चुकी स्क्रीनिंग
-शासन द्वारा चमोली जनपद के लिए तैनात किये गये है 60 डॉक्टरों की टीम
-बेस अस्पताल शिमली में लगेंगे जल्द आधुनिक शैल्य चिकित्सा उपकरण।
कर्णप्रयागः उप-जिला चिकित्सालय कर्णप्रयाग में पहली बार ईएनटी सर्जरी शुरू की गई है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी व वरिष्ठ सर्जन डॉ राजेश कुमार शर्मा के नेतृत्व में ईएनटी सर्जन डॉ निधि,डॉ.अल्का नेगी व एनेस्थिेटिस्ट डॉ. शुदेस द्वारा पहली बार 16 बर्षीय युवती के कान के पर्दे का दूरबीन विधि द्वारा सफल ऑपरेशन किया गया। ऑपरेशन आयुष्मान योजना के अर्न्तगत निःशुल्क किया गया। इससे पूर्व मसहूर सर्जन डॉ. राजीव कुमार शर्मा बायोप्सी की सर्जरी यहां कर चुके है।
सीएमओं चमोली डॉ. राजीव शर्मा ने बताया कि उप जिला चिकित्सालय कर्णप्रयाग में नाक व कान के भी ऑपरेशन शुरू कर दिये गये है। इसके अतिरिक्त हड्डी के ऑपरेशन डॉ. अंकित भट्ट,गायनी के डॉ.उमा शर्मा व डॉ. राजीव शर्मा, द्वारा किये जा रहे है। डॉक्टरों की नई टीम के उत्साहवर्धन के लिए ऑपरेशन हर प्रकार का सामन उपलब्ध कराने का प्रयास किया जा रहा है। वर्तमान समय में उप-जिला केन्द्र कर्णप्रयाग में आर्थो,गायनी,ईएनटी व जनरल सर्जरी के साथ-साथ अनुभवी फिजीशियनों की टीम उपलबध है। डॉ.शर्मा ने बताया कि बेस अस्पताल शिमली में भी सांसद निधि से ऑपरेशन के सभी आधुनिक उपकरण जल्द लगा दिये जायंेगे।
चारधाम यात्रा पर आने वाले यात्रियों के स्वास्थ्य पर दिया जा रहा विशेष ध्यान
चारधाम यात्रा पर आने वाले सभी श्रद्धालुओं के शेहत के प्रति स्वास्थ्य विभाग चमोली द्वारा सभी व्यवस्थायें चाक चौबंद कर दी गई है। सीएमओ चमोली डॉ राजीव कुमार शर्मा ने बताया कि,अभी तक 20 हजार से अधिक यात्रियों की स्क्रीनिंग कर उन्हें आवश्यक दवायें उपलब्ध करा दी गई है। जनपद में गौचर,पण्डवाखाल,गैरसैंण,पाण्डुकेश्वर,गोविन्दघाट,भुण्डार गांव में स्क्रीनिंग की जा रही है इन स्थानों पर चिकित्सक,पैरामेडिकल स्टॉफ,फार्मसिस्ट तैनात किये गये है। चारधाम यात्रा रजिस्ट्रेसन गाईड लाईन के अनुसार यात्रियों का स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है।जिसमें 50 साल से अधिक उम्र के सभी यात्रियों का आवश्यक रूप से स्वास्थ्य परीक्षण और 50 साल से कम बीमार यात्रियों का चेकअप किया जा रहा है। डॉ. शर्मा ने बताया कि कुछ यात्री स्वास्थ्य समंबंधित दिक्कतों के चलते स्वास्थ्य परीक्षण से कतरा रहे है। और उन्हें इसका खामियाजा भी भुगतना पड़ रहा है। अभी तक 30 श्रद्धालुओं की मृत्यु हो चुकी है। इसमें अधिकतर 85 से ज्यादा उम्र के है,अत्याधिक थकान,बी.पी.हार्ट डिजीज,सांस की बीमारी,ऑक्सीजन की कमी मृत्यु के कारण है।
शासन की ओर से 60 डॉक्टरों की टीम चारधाम यात्रा के लिए दी गई है। बद्रीनाथ,पाण्डुकेश्वर,जोशीमठ में आर्थोपेडिक सर्जन,जनरल फिजीशियन, 15-15 दिनों के रोटेशन पर तैनात किये गये है। जनपद के सभी अस्पतालों में आवश्यक दवायें भरपूर मात्रा में स्टोर की गई है।
जनपद आपतकालीन स्थिति के लिए गोपेश्वर व कर्णप्रयाग में आर्थो व जनरल सर्जरी,अनुभवी फिजीशियन तैनात किये गये हैं। साथ ही पांच बजे से पूर्व होने वाली दुर्धटनाओं के लिए हैली सेवा की सुविधा भी कर दी गई है।