प्रेम व भक्ति के वशीभूत है भगवान:नीलकंठ जी महाराज









चमोली /गौचरः सूगी गांव में भागवत प्रेमी सुरेन्द्र सिंह मल्लास नेगी एवं परिजनो द्वारा आयोजित श्रीमद्भागवत भागवत कथा के छटे दिन प्रसिद्ध कथा व्यास नीलकंठ जी महाराज ने कहा कि?, भगवान प्रेम के वस में है। भगवान जिस तरह से गोपियों के प्रेम में विवस हो गये थे,बाल कृष्ण के दर्शनों के लिए व्याकुल गोपियों ने अपने घर के बर्तन मटके तक फोड दिए थे ताकि नटखट गोविंद की मय्या यशोदा मय्या शिकायत का बहाना मिल सके। नीलकंठ जी महाराज ने कहा कि आज भी भगवान प्रेम व भक्ति के भूखे है।इस दौरान उन्होने भगवान कृष्ण की अनेक बाल नटखट लीलाओं का सुन्दर वर्णन किया।
इस दौरान क्षेत्र के अनेक गणमान्य लोग मौजूद रहे।

