श्री हंस जी महाराज ने ज्ञान से बदला लोगों का जीवन-माता मंगला जी



नई दिल्ली, । द हंस फाउंडेशन के प्रेरणास्रोत और आध्यात्मिक विभूति माता श्री मंगला जी एवं श्री भोले जी महाराज ने कहा कि योगीराज श्री हंस जी महाराज अपने समय के बहुत बड़े आध्यात्मिक गुरु और महान संत थे। उन्होंने भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद तथा पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरणसिंह की धर्मपत्नी श्रीमती गायत्री देवी सहित हजारों लोगों को अध्यात्म ज्ञान देकर उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने का काम किया।
माता श्री मंगला जी योगीराज श्री हंस जी महाराज की पावन जयंती के उपलक्ष्य में हंस ज्योति द्वारा श्री हंसलोक आश्रम, छतरपुर नयी दिल्ली में आयोजित विशाल सत्संग समारोह के प्रथम दिन देश के विभिन्न भागों तथा अमेरिका, नेपाल आदि देशों से आए श्रद्धालु-भकतों को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि योगीराज श्री हंस जी महाराज आत्मज्ञानी होने के साथ-साथ महान कर्मयोगी भी थे। उन्होंने अपने गुरु महाराज से ज्ञान लेकर स्वयं भी साधना की तथा दूसरे लोगों को भी आत्मज्ञान देकर उनकी सुषुप्त चेतना को जागृत किया। वे दीन-दुखियों तथा जरूरतमंद लोगों की सेवा-सहायता में हमेशा तत्पर रहते थे। श्री हंस जी महाराज अपने प्रवचन में कहा करते थे—धनवालों की दुनिया है ये निर्धन के भगवान।
माता श्री मंगला जी ने कहा कि श्री हंस जी महाराज ने महात्मा गांधी, सरदार बल्लभ भाई पटेल, डॉ,. राजेंद्र प्रसाद, बाल गंगाधर तिलक, जवाहरलाल नेहरू, लालबहादुर शास्त्री तथा महावीर त्यागी आदि आंदोलनकारी नेताओं के साथ मिलकर देश को आजाद कराने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

इस मौके पर परमपूज्य श्री भोले जी महाराज ने योगीराज श्री हंस जी महाराज की महिमा से जुड़ा भजन–श्री हंस जी के नाम का तुम ले लो सहारा तथा हंसा निकल गया पिंजरे से ख़ाली पड़ी रही तस्वीर, प्रस्तुत कर लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। उन्होंने कहा कि मनुष्य जीवन अनमोल है, इसे व्यर्थ नहीं गंवाना चाहिए बल्कि सदगुरु महाराज से भगवान के सच्चे नाम को जानकर उसका सुमिरन करना चाहिए।
समारोह में देश के विभिन्न भागों से आए संत-महातमाओ ने भी अपने सत्संग विचारों से लोगों को लाभान्वित किया। भजन गायक श्री महेश लखेड़ा एवं अन्य प्रेमी भक्तों ने सत्संग, ज्ञान, भक्ति, गुरु महिमा एवं श्री हंस जी महाराज की महिमा से जुड़े भजन प्रस्तुत किये।

