नन्दा राजजात से पूर्व पहली बार सरपोली से नौटी तक नन्दा देवी डोली यात्रा 1–2 दिसंबर को
कर्णप्रयाग:हिमालयी सचल महाकुंभ नन्दा देवी राजजात से पूर्व सरपोली से नौटी तक पहली बार नन्दा देवी की डोली यात्रा का आयोजन होने जा रहा है। यात्रा 1 से 2 दिसंबर 2025 तक निर्धारित है। परंपरा के अनुसार, भगवती नन्दा सरपोली मंदिर में अवतरित हुईं और डोली के साथ नन्दा धाम नौटी पहुंचकर पूजन-दर्शन कराने का आदेश दिया है।
नन्दा देवी मंदिर समिति सरपोली के अध्यक्ष शंकर सिंह राणा ने बताया कि आज नौटी मंदिर समिति, नन्दा देवी राजजात समिति और ग्रामवासियों के साथ दूसरी बैठक में यात्रा की तैयारियों को अंतिम रूप दिया गया। बैठक में राजेन्द्र सिंह रावत, भुवन नौटियाल सहित कई लोग उपस्थित रहे।
यात्रा मार्ग व कार्यक्रम
राणा ने बताया कि नन्दा की डोली सरपोली (हिंदाव पट्टी, विकासखंड भिलंगना, टिहरी गढ़वाल) से 1 दिसंबर को रवाना होगी। यात्रा हुलानाखाल, मूलगढ़, मयाली, तिलवाड़ा, रुद्रप्रयाग और कर्णप्रयाग से होती हुई नौटी पहुंचेगी।
1 दिसंबर की रात्रि को नौटी मंदिर में जागरण व विशेष पूजन होगा।
2 दिसंबर की प्रातःकालीन पूजन, हवन व प्रसाद वितरण के पश्चात सुबह 11 बजे डोली पुनः सरपोली के लिए प्रस्थान करेगी।
भव्य सहभागिता व सुरक्षा प्रबंध
सरपोली से लगभग 300 से अधिक नन्दा भक्त इस यात्रा में शामिल होंगे। सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए टिहरी, रुद्रप्रयाग और चमोली जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन को अवगत करा दिया गया है।
राणा ने बताया कि सरपोली की विश्वनाथ जगदीश शिला की डोली अब तक चार बार नन्दा देवी मंदिर नौटी में पहुंच चुकी है। सरपोली की नन्दा देवी यात्रा को लेकर नौटी क्षेत्र में अपार उत्साह का वातावरण है।
शिष्ट मंडल में कर्ण सिंह पंवार, साहिब सिंह कैन्तुरा, तिरेपन सिंह राणा, सुमेर सिंह कैन्तुरा, शिवसिंह, जीतसिंह और राजेन्द्र सिंह नेगी शामिल रहे।
