योग प्रशिक्षक भर्ती पर भ्रष्टाचार के आरोप, 80–100 हजार तक मांगी रिश्वत; अभ्यर्थियों में आक्रोश




देहरादून। प्रदेश के राजकीय महाविद्यालयों में योग प्रशिक्षकों की आउटसोर्स भर्ती अब विवादों में घिर गई है। अभ्यर्थियों ने भर्ती प्रक्रिया में गंभीर अनियमितताओं और भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं।
पिछले वर्ष उच्च शिक्षा विभाग ने आउट सोर्स कंपनी पाटलीपुत्र सोल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड के माध्यम से 117 योग प्रशिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया शुरू की थी। इसके साक्षात्कार 28, 29, 30 अगस्त और 10 सितंबर 2025 को आयोजित किए गए थे।
अभ्यर्थियों का आरोप है कि नियुक्ति देने के एवज में 80,000 से 1 लाख रुपये तक की मांग की गई। इस संबंध में एक ऑडियो क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। अभ्यर्थियों ने संबंधित थाने में रिपोर्ट भी दर्ज करा दी है।

योग प्रशिक्षितों की मांग है कि इस पूरे मामले में जिम्मेदार लोगों पर कानूनी कार्रवाई की जाए और भ्रष्टाचारग्रस्त भर्ती को निरस्त किया जाए। साथ ही उच्च शिक्षा विभाग से मांग की जा रही है कि विभाग स्वयं पारदर्शी तरीके से नई भर्ती प्रक्रिया निकाले।
मुख्य बिंदु:
117 पदों पर योग प्रशिक्षक भर्ती प्रक्रिया पर सवाल
अभ्यर्थियों से 80,000–1,00,000 रुपये तक की मांग का आरोप
रिश्वतखोरी से जुड़ा ऑडियो क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल
थाने में रिपोर्ट दर्ज, अभ्यर्थियों ने पारदर्शी भर्ती की मांग की