हिमवंत कवि चन्द्रकुंवर बर्त्वाल की 78वीं पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि, साहित्यकारों व समाजसेवियों को किया गया सम्मानित
देहरादून,
चौपाल कार्यालय, देहरादून में हिमवंत कवि चन्द्रकुंवर बर्त्वाल की 78वीं पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि सभा आयोजित की गई। इस अवसर पर हिमवंत कवि चन्द्रकुंवर बर्त्वाल शोध संस्थान की ओर से विभिन्न क्षेत्रों में योगदान देने वाले प्रतिभाओं को सम्मानित किया गया।
समारोह में साहित्य कोकिला स्व. वीणा पाणी जोशी सम्मान से डी.ए.वी. पी.जी. कॉलेज की पूर्व प्रोफेसर एवं हिन्दी विभागाध्यक्ष डॉ. पुष्पा खण्डूरी को अलंकृत किया गया। वहीं प्रकृति एवं पर्यावरण सम्मान से पर्यावरण प्रेमी चंदन सिंह नेगी को तथा सामाजिक सम्मान से समाजसेवी जगदीश चन्द्र कुकरेती को सम्मानित किया गया।
मुख्य अतिथि डॉ. सविता मोहन (पूर्व निदेशक, उत्तराखंड भाषा संस्थान) ने कहा कि हिमवंत कवि के काव्य पर अभी और शोध कार्य किए जाने की आवश्यकता है। उन्होंने शोधार्थियों को शिवप्रसाद डबराल, गोविन्द चातक, कमल अलंकार और शिवानंद नौटियाल जैसे साहित्यकारों के योगदान पर भी शोध के लिए प्रेरित किया।
इस अवसर पर कुसुम रावत, गिरधर पंडित और जयवीर बर्त्वाल ने हिमवंत कवि की कविताओं का गायन कर श्रोताओं को भावविभोर कर दिया। विशिष्ट अतिथि डॉ. पुष्पा खण्डूरी और वन विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ. रघुवीर सिंह रावत ने कहा कि कवि ने अल्पायु में हिन्दी साहित्य को असंख्य कविताओं का खजाना सौंपा।
कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्थान के अध्यक्ष मनोहर सिंह रावत ने की और संचालन उपाध्यक्ष मोहन सिंह नेगी ने किया। आयोजकों ने चौपाल कार्यालय के संयोजक सुरेन्द्र कुमार का आभार जताया, जिन्होंने कार्यक्रम के लिए इस स्थान को उपलब्ध कराया।
इस मौके पर विवेकानंद खण्डूरी, समर भण्डारी, प्रेम सिंह दानू, विनोद खण्डूरी, नरेन्द्र बिष्ट, रणदीप सिंह बिष्ट, राजेन्द्र सिंह रावत, राजेश रावत सहित बड़ी संख्या में साहित्यकार, सामाजिक कार्यकर्ता और बुद्धिजीवी उपस्थित रहे।
