December 26, 2024

गढ़ कौथिक मेले के दूसरे दिन लोकगायक बीरेन्द्र राजपूत व अंजली खरे के गीतों पर थिरके दर्शक

वन मंत्री सुबोध उनियाल ने की सास्कृतिक संध्या में सिरकत

-हास्य कलाकार संदीप छिलवट ने हास्य व्यंग से किया दर्शको को लोटपोट

-रोट,अरसा,झंगोरे की खीर,मण्डवे की रोटी,कछमोली,भुटवा पहाड़ी व्यंजनों का लिया लोगों ने जमकर आनन्द।
-गढ़वाल भ्रातृ मण्डल संस्था की महिला ग्रुप व स्कूली बच्चों ने दी शानदार प्रस्तुतियां।
-पहाड़ी उत्पादों की लोगों ने जमकर खरीदारी।

देहरादूनःगढ़वाल भ्रातृ मण्डल संस्था क्लेमेन्ट टाउन द्वारा आयोजित प्रसिद्व गढ़ कौथिक मेले के दूसरे दिन के प्रथम सत्र का उद्घाटन मुख्य अतिथि पूर्व उद्यान निदेशक उद्यान डॉ. वीर सिंह नेगी ने दीप प्रज्वलित कर किया। इस दौरान संस्था के सदस्यों व पदाधिकारियों ने मुख्य अतिथि का स्वागत फूल मालाओं व परम्परागत ढ़ोल दमाउ व मस्कबीन की मधुर धुन के साथ किया।
दोपहर के कार्यक्रमों गढ़वाल भ्रातृ मण्डल संस्था की महिलाओं व स्कूली बच्चों ने रंगारंग प्रस्तुती से शमा बंधा। इस दौरान महिला उत्थान सशिक्तकरण द्वारा,जय हो नंदा देवी तेरी जय बोला,मुखड़ी तेरी चांद जैसी,नजर ना लागे,उच्चा उच्चा सैण्डिल पैरूलू,कस्तुराबा गांधी कोरबा की छात्राओं द्वारा ढ़ाई हाथ धमेली,नीलम डोविरियाल द्वारा ढांगा रे ढांगा ना जा मुल्या फांगा,पिपलेश्वर महादेव समिति की महिलाओं द्वारा खोल दे माता खोल भवानी,धू करी धूपणू करी नि मानी,ग्राफिक ईरा यूनिर्वसिटी के छात्राओं द्वारा बैंड की प्रस्तुती,अर्न्तमन सोसायटी के बच्चो द्वारा नाचि गैना शम्भु नाथ आदि प्रमुख रहे।


मुख्य अतिथि डॉ़ वीर सिंह नेगी ने राज्य स्थापना दिवस पर मनाये जाने वाले लगातार 23 वें मेले के आयोजन पर गढ़वाल भ्रातृ मण्डल संस्था को बधाई दी। अपने संम्बोधन में उन्होंने कहा कि इस प्रकार के मेले हमारी सांस्कृतिक धरोहरों को संजोने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे है। इस तरह के आयोजन से स्वरोजगार के सृजन की नीव पड़ती है। युवा बेरोजगार जैविक खेती व्यवसाय को अपना कर अपनी आर्थिकी को मजबूत कर सकते है। जिसमे वह सरकार की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की सहायता ले सकते है।

इस दौरान राज्य आन्दोलनकारी प्रकाश सुमन ध्यानी,विजय जुयाल व संस्था के वरिष्ठ सदस्य नंदलाल कोठारी को संस्था द्वारा सम्मानित किया गया।
वही शांयकालीन संध्या का शुभारंभ सूबे के वन भाषा निर्वाचन एवं तकनीकी मंत्री सुबोध उनियाल ने दीप प्रज्वलित। वही समाजसेवी राजीव जैन ने कार्यक्रम में बतौर विशिष्ठ अतिथि शिरकत की। इस दौरान वन मंत्री सुबोध उनियाल ने राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर मनाये जाने वाले गढ ़कौथिक मेले के आयोजन पर खुशी जताते हुऐ आयोजको को बधाई व शुभ कामनायंे दी। उन्होंने अल्मोड़ा बस हादसा के मृतकों के प्रति अपनी संबेदनायें व्यक्त की।राज्य निमार्ण के बाद राज्य ने बहुत प्रगति की है।मूलभूत समस्याओं का समाधान हुआ है पर अभी हमें विकास की राह में मीलों चलना है। शहीदों के सपनों की अपेक्षा के अनुसार हम उत्तराखण्ड का विकास करेंगे। गढ़वाल भ्रातृ मण्डल संस्था द्वारा आयोजित गढ़ कौथिग सांस्कृतिक विरासतों का संरक्षण कर रही है।

बंन्दरो की समस्या के समाधान के लिए क्षेत्र में पिजड़ा लगाकर बंन्ध्याकरण कर रहे है।
उन्होंन 2 लाख रूपये की धनराशि भ्रातृ मण्डल संस्था को सहायता हेतु देने की घोषणा की।

इस दौरान संस्था के द्वारा क्षेत्र में बंदरों की समस्या समेत अनेक समस्याओं से अवगत कराया गया।
सांस्कृतिक संध्या में लोक गायक वीरेन्द्र राजपूत व लोक गायिका अंजली खरे ने एक से बढ़कर एक शानदार प्रस्तुतियां दी। लोक गायक वीरेन्द्र राजपूत ने पावन मेरू उत्तराखण्ड गढ़ भूमि गढ़देश से अपने गीतों की शानदार शुरवात की।इसके साथ साथ भगवती तू दैणि हेये जाई,तेरी स्वाणी मुखड़ी,प्लया गौ कि सूरजा,रमसा गोरख्याणी गीत गाये।वहीं अजली खरे ने शिवजी जटा छोड़ी,उत्तराखण्ड मेरी मात्र भूमि,स्याली रामदेयी,पहाड़ो कू रैबासी,तिलगा,सरगा तारा आदिं गाकर समा बांधा।
हास्य कलाकार संदीप छिलबट ने गढ़वाली कॉमेडी से दर्शकों को लोट पोट कर खूब मनोरंजन किया। संदीप छिलबट ने वर्तमान समय में चल रहे सोशल मीडिया के कुप्रभाव के खूब हास्य व्यंग किया।


गढ़ कौथिक मेले में कस्तुरबा गांधी कोरबा आवासीय विद्यालय की छात्राओं की विशेष प्रस्तुतियां व उनके द्वारा वनाई गई हस्त शिल्प कला व पेंन्टिग खास आर्कषण का केन्द्र रही। झूले,चर्खी,रेलगाड़ी आदि का लोगांे ने जमकर आनन्द लिया वही पहाड़ी उत्पादों की जमकर खरीदारी की। पहाड़ी खान पान में झंगोरे की खीर,काली दाल की पकौड़ी,मूली की थिच्वाणी,मण्डवे की रोटी,गहत की भरी रोटी,रोटना,अरसा,कछमोली,भूटवा आदि लजीज व्यंजनों का खूब स्वाद लिया।

इस दौरान विशिष्ठ समाजसेवी राजीव जैन,निर्वतमान पार्षद रमेश कुमार मंगू, निर्वमान पार्षद राजेश परमार, मेलाधिकारी सुबेदार मेजर(से.नि.) बादर सिंह रावत,मुख्य संरक्षक कर्नल (से.नि.) एच.एम. बर्थवाल,उद्योगपति रधुनंदन सिंह रावत,पूर्व अध्यक्ष सुन्दर लाल सेमवाल,अध्यक्ष ओ.पी.बहुगुणा,उपाध्क्ष अरूण थपलियाल,सुबोध नौटियाल,नीलम डाबिरियाल,महासचिव दीपक नेगी,सचिव ईश्वर सिंह नेगी, अशोक सुन्ंदरियाल,कोषाध्यक्ष नरेन्द्र कोटनाला,सह कोषाध्यक्ष जितेन्द्र खंतवाल,कार्यक्रम संयोजक मनोज भट्ट,चिकित्सा सहायता प्रकोष्ठ रंजन नौटियाल,सांस्कृतिक सचिव अनुराधा ध्यानी,सह सांस्कृतिक सचिव जशवंत सिंह चौन्दकोटी,मीडिया प्रभारी भानु प्रकाश नेगी, सह मीडिया प्रभावी उमराव सिंह गुसाई,जनसम्पर्क अधिकारी उत्तम सिंह रौथाण,लेखा परीक्षक बाचस्पति विडालिया,संयोजक डी पी बडोनी,भण्डार रक्षक रमेश चमोली,गोविन्द सिंह रावत,पूर्व महासचिव जयपाल सिंह रावत,पूर्व सांस्कृतिक सचिव विश्वभास्कर मैन्दोला,सुरेन्द्र सिंह सजवाण आदि मौजूद रहे।कार्यक्रम का संचालन यशवंती थपलियाल ने किया।

 

 

 

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