विश्व हाथी दिवस: हाथियों के संरक्षण में जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क की अहम भूमिका



आज विश्व हाथी दिवस है और हाथियों के संरक्षण में विश्व प्रसिद्ध जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क एक अहम भूमिका निभा रहा है। कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में विश्व हाथी दिवस पर हाथियों के संरक्षण के लिए कई कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। बता दें कि 2012 से विश्व हाथी दिवस मनाया जा रहा है। कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में हाथियों का कुनबा लगातार बढ़ रहा है।
अगर हाथियों की गणना के आंकड़ों पर गौर करें तो 2010 में कॉर्बेट पार्क में 979 हाथी पाए गए। वही 2015 की गणना में 1035 हाथी पाए गए। और 2019-20 की गणना में कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में 1223 हाथी देखने को मिले। अगर पिछले 3 सालों में नजर डालें तो कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में 15 हाथियों की मौत हुई है। जिनमें 11 हाथी आपसी संघर्ष में व चार अन्य कारण जिसमें रोग व पहाड़ी से गिरकर मौत हुई।

वही कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में हाथी दिवस पर हाथियों की लगातार बढ़ती संख्या से कोर्बेट प्रशासन गदगद है। अगर कॉर्बेट प्रशासन के अनुसार माने तो कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के इन इन जोनों में इतनी इतनी संख्या हाथियों की है।
ढिकाला क्षेत्र में 244
बिजरानी क्षेत्र में 121
सर्पदुली क्षेत्र में 195
मनदाल क्षेत्र में 26
मैदावन क्षेत्र में 21
झिरना क्षेत्र में 152
कालागढ़ क्षेत्र में234
सोनानदी क्षेत्र में 24
अदनाला क्षेत्र में 54
पाखरो क्षेत्र में 31
पलैंन क्षेत्र में56
ढेला क्षेत्र में 65 हाथी रिकॉर्ड किए गए
इस तरह कुल कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में 1223 हाथी मौजूदा समय में पाए जाते हैं।
वही कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के निदेशक राहुल कुमार ने कहा हाथियों के संरक्षण के लिए हमारी तरफ से लगातार जागरूकता कार्यक्रम किए जाते हैं।

