मॉ जगदम्बे की कृपा जिस पर हो, उसका कल्याण हो जाता हैः आचार्य वेद प्रकाश भट्ट
चमोली :जखनार मंदिर समिति कुजाउ मैकोट द्वारा आयोजित श्रीमद् भगवत कथा के छटे दिन कुड़उ गांव की नंदा देवी की भेंट के साथ पश्वा व भारी संख्या में भक्त पधारे। जहां ग्रामीणों ने जमकर उनका स्वागत व सत्कार किया। भण्डारे का आयोजन मैकोट के समस्त झिंक्वाण परिवार के द्वारा किया गया। भण्डारे में मैकोट गांव के नवयुवकों,महिला मंगलदल व सभी बुर्जुगों का भरपूर सहयोग रहा। इससे पूर्व प्रातःकालीन पंचाग पूजन के बाद महायज्ञ का कार्यक्रम छटे दिन भी जारी रहा। विभिन्न स्थानों से पधारे भक्तों को विमरू लाटू देवता,बजीर देवता,जाख देवता,नंदा देवी, मां चण्डिका व मुन्ना देवता ने खुश होकर आर्शीवाद दिया। और देवकार्य को र्निविघ्न पूर्वक सम्मपन्न करने का वचन दिया।
वहीं देवी भागवत कथा के छटे दिन कथा व्यास आचार्य वेद प्रकाश भट्ट (महादेव जी) ने राजा ध्रुवसंध की कथा सुन्दर कथा का सुनाई। जिसमें राजा शत्रुजीत व सुर्दशन की कथाओं का वर्णन किया। अपने प्रवचनों के दौरान उन्होंने कहा कि मीठा बोलने वाले के वचनों में कपटता व चालाकी नहीं होनी चाहिए। और कटु वचन बोलने वाले से कभी नुकसान नहीं होता है। जिसका आदि है और न अंत है वह सनातन धर्म है। हम भाग्यशाली है कि, हम सनातन धर्म में पैदा हुए है। सनातन धर्म जैसी परम्परायें अन्य किसी भी धर्म में नहीं है। समय कब परिवर्तित हो जाय यह किसी को पता नहीं होता। इसलिए अच्छे समय में किये गये मधुर व्यवहार बुरे समय में काम आता है। जिस पर मांॅ जगदम्बा की कृपा होती है, उससे मॉ किसी न किसी रूप में आर्शीवाद देने आ जाती है। नवरात्रि के ब्रत से हमें मोक्ष की प्राप्ति होती है। रात्रि का समय जगदम्बा का है इसी लिए नवरात्रि पूजन विशेष होता है। और नवरात्रि हमारे जीवन में विशिष्ठ उर्जा का संचार करती है। भक्ति करने वालों को सबसे ज्यादा कष्ट होता है, लेकिन भगवान की प्राप्ति भी उन्हीं को होती है।
देवी भागवत कथा के छटे दिन खराब मौसम के बावजूद भक्तों की भारी भीड़ रही। इस दौरान समस्त ग्राम पंचायत कुंजाउ मैकोट के ग्रामीण समेंत क्षेत्र के अनेक गणमान्य लोग मौजूद रहे।