जनपद चमोली के कर्णप्रयाग व्लाक कपरी पट्टी किमोली गांव स्थित भगवान लक्ष्मी नारायण मंदिर में आयोजित विष्णु पुराण के आठवें दिन प्रातःकाल नित्य पूजन के बाद मंदिर परिसर में हवन का आयोजन किया गया। इस दौरान दिव्य कलश यात्रा का आयोजन किया गयां। किमोली ग्राम पंचायत की परम्पराओं के अनुसार सबसे पहले पांडव चौक स्थित पांडव देवताओं का पूजन कर अवतरित किया गया। जिसके बाद पॉडव देवताओ के पश्वा व सैकड़ांे महिलाओं ने पांडव चौक से लक्ष्मी नारायण मंदिर तक कलश यात्रा निकाली जहां मंदिर के मुख्य पुजारी आर्चाय लोकेश्वर प्रसाद थपलियाल पर भगवान नारायण अवतरित हुऐ भगवान नारायण के पश्वा गर्भगृह से बाहर आकर भक्तों को आर्शीवाद दिया। इसके बाद कलस यात्रा व पांडव देवता भगवान व्यास को के लेने के लिए कथा मंडप मंे पंहुचे जहां पांडव देवता के पश्वाओं का मुख्य आयोजनकर्ता पण्डित शिव प्रसाद डिमरी ने स्वागत सत्कार किया।वही पांडव देवता के पश्वाओं ने खुश होकर नृत्य भी किया। क्लश यात्रा के दौरान भगवान व्यास का विधिविधान व बेदमंत्रोचारण के साथ मंगल स्नान कराया गया। हवन कार्यक्रम के बाद पुन भगवान लक्ष्मी नारायण के दर्शन व आर्शीवाद के लिए कलश यात्रा गई और अन्त में कथा मंडप में आकर सम्पन्न हुई।
व्ही विष्णुपुराण कथा के आठवें दिन कथा व्यास भागवताचार्य पंण्डित महानन्द मैठाणी ने भगवान कृष्ण व कंस समेत अनेक कथाओं का सुन्दर वाचन किया। इस दौरान उन्होनें कहा कि भागवान को पाने के लिए गोपिका बनना पडता है। मनुष्य जीवन तभी सार्थक है जब वह इस जन्म में भगवान को हर वक्त भजता है। इस खास मौके पर भक्तजनों के द्वारा भगवान लक्ष्मी नारायण मंदिर को फूल मालाओं से सजाया गया। जिसमें ग्रामपंचायत किमोली समेंत कई गांव के युवाओं का भरपूर सहयोग रहा। इस दौरान संगीतमय विष्णु पुराण कथा के दौरान अनेक सुन्दर भजनों पर भक्तों ने जमकर नृत्य किया। इस दौरान धनसारी गांव लक्ष्मी नारायण मंदिर किमोली के मुख्य पुजारी,आचार्य लोकेश्वर प्रसाद थपलियाल, आचार्य उमादत्त थपलियाल, आचार्य संतोष थपलियाल,आचार्य मोहित रतूड़ी, संगीताचार्य,प्रमोद चमोली, संगीताचार्य पुरूषोत्तम रतूड़ी, सेवक कुवंर सिंह मिंगवाल,अनूप खण्डूडी, पूरण सिंह रावत उमेद सिह रावत, राकेश सिंह नेगी, नवीन मनौडी (नवल), कनवर सिंह रावत,तेजन्द्र रावत,गौरव सिंह रावत समेत समस्त ग्रामवासी किमोली व अनेक क्षेत्र के अनेक गणमान्य लोग मौजूद रहे।