मनुष्य जन्म प्रभु भक्ति व जन्म-जन्मांतर के पापों को मिटाने के हुआ है:नीलकंठ जी महाराज









सूगी गांव में 7 दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा का भव्य शुभारंभ प्रसिद्ध कथा वाचक नीलकंठ जी महाराज ने किया। श्रीमद्भागवत कथा के प्रथम दिवस उन्होने कहा कि शास्त्रों में लिखा है कि लाखों जरूरी काम से पहले भगवान का भजन करना चाहिए। मनुष्य व पशु में बुद्धि का फर्क है ,मनुष्य जन्म पशु की तरह सिर्फ पेट की चिन्ता करने लिए नही है,बल्कि यह जन्म भगवान की भक्ति कर जन्म जन्मांतर के पापों से मुक्त होकर मोक्ष की प्राप्ति के लिए है।
इससे पूर्व सूगी गांव निवासी सुरेन्द्र सिंह मल्लास नेगी द्वारा आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के प्रथम दिवस कथा व्यास नीलकंठ जी महाराज के आगमन पर गांव के मुख्य द्वार से कथा स्थल तक भब्य कलश यात्रा का आयोजन किया गया।जिसमे ग्राम पंचायत सूगी गांव के समस्त महिलायें व पुरूष सम्मिलित हुये।
इस दौरान समस्त मल्लास परिवार व ग्रामीण मौजूद रहे।

