पल्ला गांव में भू-धंसाव का कहर, प्रभावितों के लिए 17 टेंट लगाए गए





पल्ला गांव में भू-धंसाव: 25 घरों में दरारें, परिवार सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट
चमोली का पल्ला गांव खतरे में, प्रशासन ने 25 प्रभावित परिवारों को किया रेस्क्यू
भू-धंसाव से कांपा पल्ला गांव, राहत शिविरों में शरण लिए ग्रामीण
पल्ला गांव में जमीन खिसकी, प्रशासन ने 25 घरों को किया खाली
पल्ला गांव में भू-धंसाव का कहर, प्रभावितों के लिए 17 टेंट लगाए गए
चमोली (ज्योतिर्मठ)। विकासखंड ज्योतिर्मठ के पल्ला गांव में भू-धंसाव की गंभीर स्थिति पैदा हो गई है। गांव के करीब 25 मकानों में दरारें आने के बाद प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई करते हुए प्रभावित परिवारों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया।

एसडीएम ज्योतिर्मठ चंद्रशेखर वशिष्ठ ने बताया कि प्रभावित परिवारों के लिए राहत शिविर में 17 टेंट लगाए गए हैं और सभी परिवारों को राशन किट उपलब्ध कराई गई है। उन्होंने कहा कि राहत शिविर में रह रहे लोगों की हर जरूरत पर नजर रखी जा रही है और प्रशासन लगातार संवाद बनाए हुए है।
एसडीएम ने यह भी कहा कि भू-धंसाव की वास्तविक स्थिति का पता लगाने के लिए विशेषज्ञ भू-वैज्ञानिकों की टीम से सर्वे कराया जाएगा। सर्वे रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्यवाही तय की जाएगी।
इस बीच, जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने कहा कि प्रभावित परिवारों की सुरक्षा सर्वोपरि है और प्रशासन हर संभव मदद उपलब्ध कराएगा। उन्होंने बताया कि तहसील प्रशासन की टीम लगातार क्षेत्र में डटी हुई है और हालात पर बारीकी से निगरानी रख रही है।

