खबर का असरः अनाथ बच्चों को मिला जिला प्रसाशन का संरक्षण,मदद के लिए उठे कई हाथ
-अब दो अनाथ बच्चों को मिलेगी प्रतिमाह 8 हजार रूपये की धनराशि।
-जशोदा देवी के साथ रहेंगे अनाथ बच्चे।
-बाल कल्याण समिति व तहशील प्रशासन ने गांव मंे जाकर जाना बच्चों का हॉल चाल।
चमोली(खेनूरी)ःबीते दिनों समाजसेवी व पर्यावरण प्रेमी अध्यापक घनसिंह धरिया (पेड़ वाले गुरूजी) द्वारा जनपद चमोली के खेनूरी ग्राम पंचायत के अनाथ बच्चों का ग्राउंड जीरो से मुआयना किया था जिसमें उन्होनंे एक बीडयों हिमवंत प्रदेश न्यूज को दिया था। खबर की संवेदनशीलता को देखते हुऐ हिमवंत प्रदेश न्यूज के द्वारा प्रमुखता से प्रसारित किया गया। साथ ही जिला प्रसाशन को भी अवगत कराया गया। जिलाधिकारी चमोली डॉ. संदीप तिवारी द्वारा इस खबर का त्वरित संज्ञान लिया गया। जिलाधिकारी चमोली डॉ संदीप तिवारी के आदेशों के बाद जिला बाल कल्याण समिति और तहसील प्रशासन द्वारा ख़ेनूरी गांव में जाकर बच्चों का हाल जाना बाल कल्याण समिति द्वारा बच्चों की काउंसलिंग भी की गई बच्चों द्वारा गांव में ही निवासरत दादी जशोदा देवी पत्नी स्व.दिलवर सिंह के साथ रहने पर सहमति बनी है तथा बच्चों को स्पॉन्सरशिप सहायता के लिए तहसीलदार को आय प्रमाण पत्र और मृत्यु प्रमाण पत्र जल्दी बनाए जाने हेतु अनुरोध किया गया जिसके उपरांत बच्चों को स्पॉन्सरशिप सहायता से जोड़ दिया जाएगा जिसमें दो बच्चों को प्रतिमाह कुल 8000 की धनराशि भरण पोषण हेतु विभाग द्वारा मिलेगी।
साथ ही तहसीलदार द्वारा बच्चों को 25 किलो आटा 25 किलो चावल और अन्य राशन सामग्री उपलब्ध करा दी गई है। बच्चों को राशन और अन्य आवश्यक खाद्य सामग्री उपलब्ध करा दी गई है बच्चों के पास पर्याप्त खाद्य सामग्री है।
जिला प्रसाशन ने जानकारी दी है कि इस खबर का संज्ञान लेते हुऐ जशोदा देवी पत्नी स्व. दिलवर सिंह ग्राम खेनूरी के साथ अनाथ बच्चों ने रहने का फैसला लिया है। जिसका जसोदा देवी ने लिखित बयान जिला प्रसाशन को दिया गया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार नैनसिंह पुत्र कलम सिंह ग्राम खेनूरी की मृत्य अक्टूबर 2014 को लम्बी बीमारी के बाद हो गई थी इनकी पत्नी की पहले ही मृत्यु हो चुकी थी। वह अपने पीछे चार बच्चों को छोड़कर चले गई जिनमें से संजना उम्र 16,साक्षी उम्र 14 साल,आयुष उम्र 10 साल अपने पैत्रिक निवास पर ही रहते है। जबकि कुमारी शालनी को पूर्व में ही उनके रिस्तेदार गोद ले चूके है।
खबर के प्रसारित होने पर हिमवंत प्रदेश न्यूज के पास कई समाजसेवियों के फोन आये है। जो इन बच्चों को गोद लेना चाहते है। और इनकी आर्थिक मदद भी करना चाहते है। लेकिन बच्चों के बैंक खाते न होने के कारण अभी इन बच्चों को आर्थिक सहायता नहीं मिल पायेगी। हिमवंत प्रदेश न्यूज का प्रयास रहेगा कि इन बच्चों के बैंक में खाते खुलवाकर इनकी आर्थिक मदद करायी जाय।