उत्पीड़न पर उतरी भाजपा सरकार,जबरन हटाना चाहती है जिला पंचायत अध्यक्ष को – राजेन्द्र भण्डारी
गोपेश्वर-विधानसभा चुनाव 2021 के नजदीक आते ही प्रदेश में सियासत तेज होने लगी है।सत्ताधारी पार्टी भाजपा व मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाने शुरू कर दिये है। इसी क्रम में पूर्व कैविनेट मंत्री राजेन्द्र भण्डारी ने वर्तमान बद्रीनाथ विधायक महेन्द्र भट्ट पर जबरन उत्पीड़न का आरोप लगाया है।
उन्होंने कहा कि, 11 साल पहले के मामले को जिस पर दो-दो आईएसएस अधिकारियों की क्लीन चिट मिल चुकी है, फिर से जांच कराने के लिए जोर दिया जा रहा है। यह विपक्षी पार्टी का जिला पंचायत अध्यक्ष चमोली रजनी भण्डारी को हटाने का षड़यंत्र है। भाजपा हर हाल में रजनी भण्डारी को जिला पंचायत अध्यक्ष के पद से हटाना चाहती है जिससे कांग्रेस प्रत्यासी बद्रीनाथ विधानसभा क्षेत्र से कमजोर हो सके।
चमोली जिला मुख्यालय में पत्रकारवार्ता के दौरान उन्होने ने कहा कि विपक्षी पार्टी चाहे कही भी जांच करवा ले,हमें न्याय व्यवस्था पर भरोसा है। भाजपा का चमोली जनपद समेत पूरे उत्तराखंड में सूपड़ा साफ होने वाला है इसलिए घबराकर बिना वजह हमें परेसान कर रही है। उन्होंने विधायक महेन्द्र भट्ट पर आरोप लगाया कि हाईकोर्ट में मामले के चार साल तक लंबित होने के बाद भी वह सुप्रीम कोर्ट क्यों नहीं गये।और अब चुनाव के समय पर जनता को भ्रमित करने के लिए फिर से मामले की जबरन जांच की पुरजोर पैरवी कर रहे है। जो कही से भी न्याय संगत नहीं है।
आपको बता दे कि,साल 2011-12 में जनपद चमोली में आयोजित नंदा देवी राजजात यात्रा को सुचारू रूप से चलाने के लिए जिला पंचायत चमोली में तत्कालीन राज्य सरकार द्वारा निविदायें जारी की गई थी।जिसमें भाजपा द्वारा अनियमिता और गलत तरीके से टेंडिरिंग का आरोप लगाया गया था। बाद में कांग्रेस सरकार द्वारा दो आईएएस अधिकारियों के द्वारा इस मामले जांच के आदेश दिये गये। जिसमे काई अनियतिता नहीं पाई गई थी।जिससे असंतुष्ट होकर विधायक महेन्द्र भट्ट ने याचिका डाली थी। लेकिन 4साल बाद भी इस याचिका पर सुनवाई नहीं हुई। और अब चुनावी माहौल में विधायक महेन्द्र भट्ट द्वारा इस याचिका पर फिर से सुनवाई के लिए जोर दिया जा रहा है।